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Shishukunj

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Monday, April 14, 2025

खोखई मठ रन्नौद में स्थित है, पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित स्मारक


शिवपुरी-
खोखई मठ,रन्नौद,तहसील बदरवास,परगना कोलारस,जिला शिवपुरी (मध्य प्रदेश) में स्थित है,पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित स्मारक है, मध्य काल में रन्नोद शेव धर्म का प्रमुख केन्द्र था, इसी समय यहां कई मंदिरों एवं मठो का भी निर्माण हुआ। स्थानीय लोग इस मठ को खोखई मठ कहते हैं जो मूल रूप से शेव मठ था। वर्तमान में इसका उपयोग मन्दिर के रूप में किया जा रहा है, यहां से प्राप्त संस्कृत भाषा के एक अभिलेख के अनुसार इस मठ का निर्माण राजा अवंती वर्मन के धार्मिक गुरु पुरंदर ने करवाया था, कालान्तर में इसका विस्तार व्योमशिव द्वारा करवाया गया।

अधिवक्ता रमेश मिश्रा के अनुसार अभिलेख में यह भी बताया गया है कि व्योम शिव ने एक जलाशय का भी निर्माण करवाया था। यह जलाशय मठ के सामने देखा जा सकता है, यद्दापि इस अभिलेख में तिथि का वर्णन नही है, परन्तु इसकी लिपि के आधार पर, इसकी तिथि 9 वी से 11वी सदी ई. के मध्य निर्धारित की जा सकती है। मठ के निर्माण में बड़े बड़े फत्तर का इस्तेमाल किया गया है, जो कि बिना किसी गारे से जुड़े हुए हैं, मठ की छत बनाने के लिए बड़ी-बड़ी पटियो का इस्तेमाल किया गया है, इसमें एक खुला आंगन है, जिसके चारों ओर बरामदा है, तथा इससे लगे हुए कमरे बने हैं, कदवाहा, सुरवाया तथा तेरही के मठ की तरह ही इस मठ का निर्माण भी 9 वी से11 वी शताब्दी के दौरान शेव मत के अनुयायियों  के निवास हेतु किया गया था। जहां देसी ही नहीं विदेशी पर्यटक घूमने व देखने आते हैं,यह शेव संप्रदाय का महत्व पूर्ण स्थल है, पुलिस थाना रन्नौद से खोखई मठ तक जाने व आने का रास्ता ठीक नहीं है, इस स्थान का विकास अपेक्षित है। 

यहां रन्नोद में हाजी अली की मस्जिद और दरगाह भी है, जिसका कनेक्शन सूफी संत सैय्यद पीर हाजी अली से बताते हैं, जिनकी दरगाह मुंबई (महाराष्ट्र) के बरली तट पर समुद्र के बीच बनी हुई है। दिल्ली के मुस्लिम शासक औरंगजेब भी अपने सैन्य अभियान के सिलसिले में यहां आए थे, और नाराज होकर, यहां का नाम हरामिया रन्नोद कहा था, हालाकि रन्नोद को हरामिया रन्नोद कहने का इतिहास में कहीं उल्लेख नहीं मिलता है, लेकिन बुजुर्गों के अनुसार इस बात की कई तरह के किस्से कहानी प्रचलित रहें हैं, जिसे उनके बुजुर्ग उन्हें सुनाते और बताते भी रहे हैं। रन्नोद प्राचीन और ऐतिहासिक महत्व का स्थान है, वर्तमान समय में कस्बा है, यहां पुलिस थाना, नगर परिषद, और नायब तहसीलदार का कार्यालय भी है।

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