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Saturday, September 28, 2024

स्व.श्री अर्जुन सिंह यादव के निधन पर परिजनों ने लिया निर्णय, दिवंगत स्मृति में तेरवीं नहीं करेंगे बल्कि गांव में करेंगे शमशान घाट का निर्माण





सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लडऩा भी एक जंग हैं, लीक से हटकर चलना भी एक जंग है : सतीश फौजी 

दिवंगत परिजनों ने लिया निर्णय, दिवंगत स्मृति में तेरवीं नहीं करेंगे बल्कि गांव में करेंगे शमशान घाट का निर्माण

शिवपुरी- सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लडऩा भी एक जंग हैं, लीक से हटकर चलना भी एक जंग है यह कहना है भारतीय सेना से सेवानिवृत्त सतीश फौजी का जिन्होंने गत दिवस ग्राम दाबरभाट में स्व.श्री अर्जुन सिंह यादव के निधन पर परिजनों के द्वारा तेरहवीं नहीं करने के साहसिक निर्णय को सराहा और इस सामाजिक कुरीति के खिलाफ लडऩा भी एक जंग बताया। इसके साथ ही यहां यादव समाज के वरिष्ठ लोगों ने ग्राम दाबर भाट में स्व. दादा श्री अर्जुन सिंह यादव पूर्व सरपंच के घर पहुंचकर उनको विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की एवं गांव के वरिष्ठ लोगों को बुलाकर एक सामाजिक बैठक का आयोजन किया जिसमें पूज्य दादा के जीवन पर वरिष्ठ जनों ने परिचय दिया एवं उनके द्वारा किए गए कार्यों का भी वर्णन इस बैठक में किया गया। यादव समाज के वरिष्ठ लोगों ने पूज्य दादा श्री अर्जुन सिंह यादव जी (पूर्व सरपंच) की तेरवीं न करने के लिए परिवार के लोगो से आग्रह किया। समाज की बात को मानते हुए पूज्य दादा के छोटे भाई जयहिन्द यादव, पुत्र सूरजभान यादव (जनपद सदस्य) फौजी केदार यादव, महेंद्र यादव (मिन्दू) सभी लोगों ने समाज के वरिष्ठ जनों की बात पर सहमति व्यक्त की और अपने पूज्य पिता  स्व. दादा श्री अर्जुन सिंह यादव  जी(पूर्व सरपंच) की तेरवीं न करने का निर्णय लिया।

यहां सूरज यादव पूर्व सरपंच,फौजी केदार यादव के द्वारा लिया गया यह निर्णय बहुत ही साहसिक एवं उदाहरण देने लायक है आपके इस निर्णय से समाज में फैली हुई तेरवीं जैसी कई कुरीतियां पर विराम लगेगा और आने वाले कल में लोग यादव परिवार के इस कार्य का उदहारण प्रस्तुत करेंगे, समाज हित के लिए उठाया गया यह कदम सराहनीय एवं अनुकरणीय है हम सभी लोग आपके और पूज्य दादा जी के पद चिन्हों पर चलने की कोशिश करेंगे।

तेरवहीं नहीं बल्कि पूज्य दादा की स्मृति में कराऐंगें श्मशान घाट का निर्माण 

अभी ग्राम दाबर भाट में शमशान घाट की दूरी अधिक होने के कारण लोग अपने निजी खेतों पर अंतिम संस्कार करते हैं। ऐसे में दादा स्व.श्री अर्जुन सिंह यादव के निधन पर उनके पुत्रों एवं परिवार के सदस्यों द्वारा यह निर्णय लिया गया कि हम अपने पिताजी की तेरवीं नहीं करेंगे, लेकिन हम उनकी स्मृति में अपने ग्राम में अंतिम आश्रम शमशान घाट का निर्माण जरूर करेंगे और कहा कि हम अपने निजी पैसे से जमीन खरीद कर उनकी याद में गांव दाबर भाट में शमशान घाट का निर्माण कार्य एवं उसमें सुंदर बगीचा लगाकर करेंगे यही हमारे पूज्य पिताजी के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

बड़ी संख्या में समाज रहे मौजूद, अनुकरणीय कार्य को सराहा, दिवंगत को दी श्रद्धांजलि

इस दौरान बड़ी संख्या में समाज बन्धु बैठक में मौजूद रहे जिसमें शिवदयाल भगत जी दादा पूर्व सरपंच दबरा, बालकृष्ण  शास्त्री सेमरा, विनोद यादव पूर्व सरपंच कुंड, कीरत सिंह यादव दाऊ अलगी,गुलाब यादव पहलवान, डॉ इंदर यादव आवास, आलोक यादव दवरा-दिनारा, अरुण यादव चाचा सेवड़ी, अर्जुन यादव सेमरा, सौरभ यादव जरगुंवा, दीपक यादव सेवड़ी, अमोल सिंह (नन्ना), हरीसिंह (नन्ना),मल्थूराम यादव, कल्लू यादव, रामनिबास यादव, प्रतिपाल यादव (भगत जी), चन्दन सिह दादा, चेनूराम यादव, रामजीलाल (नन्ना) एवं दाबर भाट के ग्रामवासी उपस्थित रहे। यहां सभी ने साहसिक निर्णय लेने के लिए एवं तेरवीं जैसी कुप्रथा को बंद करने के लिए यादव समाज के लोगों ने स्व.दादा अर्जुन सिंह यादव (पूर्व सरपंच) के परिवार धन्यवाद ज्ञापित किया और दिवंगत को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। 


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