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Sunday, July 12, 2020

10 कोरोना पॉजीटिव मरीज मिल, पॉजिटिव केस 158, 1 लाख 23 हजार लोगों की हुई स्क्रीनिंग

बिना सेनेटाईज हुए मरीजों के लिए जा रहे सैम्पल, कोरोना संक्रमण का बढ़ा खतरा

जिला चिकित्सालय में सेम्पलिंग के समय नहीं किया जा रहा सेनेटाईजेशन


शिवपुरी। एकाएक बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या के बाबजूद भी जिला चिकित्सालय अपनी व्यवस्थाओं में सुधार नहीं ला पा रहा, वह इसलिए क्योंकि जिला चिकित्सालय में जो भी लोग सैम्पल देने आ रहे है वह उसी स्टूल पर बैठ रहे है जहां पहले वाला व्यक्ति बैठकर गया है और उसके बाद उस स्थान को सेनिटाईज भी नहीं किया जा रहा इससे ऐसा प्रतीत होता कि कहीं इसी तरह कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति के सैम्पल जाने के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आती है तो शेष अन्य लोगों पर भी कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा, ऐसे में जिला चिकित्सालय का इस ओर ध्यान ना देने भी कोरोना संक्रमण फैलने के समान ही नजर आता है। जबकि यहां निर्देश दिए गए है कि कोई भी व्यक्ति जिला चिकित्सालय में प्रवेश करें उसके पूर्व उसे सेनिटाईज किया जाए तब प्रवेश मिले लेकिन वह भी महज यहां दिखावा साबित हो रहा है।

बता दें कि जिला अस्पताल में कोरोना की सेम्पलिंग की जा रही है, परंतु इस सेम्पलिंग के काम में लगे डॉक्टर्स व अन्य स्टाफ सेम्पलिंग के समय इस बात का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रख रहे हैं कि एक व्यक्ति की सेम्पलिंग के बाद उस स्टूल को सेनेटाइज किया जाए जिस पर उस व्यक्ति को बिठाया जा रहा है। हालात यह हैं कि एक व्यक्ति का सेम्पल लेने के बाद स्टूल को बिना सेनेटाइज किए उस पर दूसरे व्यक्ति को बिठा दिया जाता है।

 ऐसे में जो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हैए उससे दूसरे व्यक्ति में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस दौरान सेम्पल लेने वाला स्टाफ इस बात का भी ध्यान नहीं  रख रहा है कि एक सेम्पलिंग के बाद वह आने हाथ सेनेटाइज करे। कहीं न कहीं चिकित्सकीय अमले की यह लापरवाही भी कोरोना के बढ़ते संक्रमण के लिए जिम्मेदार है। अगर कोई पढ़ा लिखा जानकार व्यक्ति अमले की इस लापरवाही को महसूस करते हुए अमले से सेनेटीजेशन के लिए कहता है तो सेम्पलिंग में तैनात अमला उसे की उल्टा ज्ञान बांटने लगता है। बीते रोज ऐसा ही वाक्या पोहरी से आए अभिषेक शर्मा नाम के युवक के साथ भी घटित हुआ। कुल मिला कर अगर यह कहा जाए कि जिले में फैल रहे कोरोना संक्रमण के लिए आमजन से ज्यादा चिकित्सकीय अमला जिम्मेदार है तो इसे अतिशयोक्ति नहीं कहा जाएगा।

पॉजिटिव केस 158, 1 लाख 23 हजार लोगों की हुई स्क्रीनिंग

जिले में रविवार को 10 नए कोरोना पॉजिटिव केस प्राप्त हुए हैं। इस प्रकार कुल पॉजिटिव केस की संख्या 158 हो गई है जिनमें स्वस्थ्य होने वाले मरीजों की संख्या 38 है। अभी 120 एक्टिव केस हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ए.एल.शर्मा ने बताया कि रविवार को प्राप्त 184 रिपोर्ट में से 174 रिपोर्ट नेगेटिव एवं 10 रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी अनुसार अभी तक 1 लाख 23 हजार से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की गई है और 5386 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। अभी संस्थागत क्वॉरेंटाइन में 5 लोग, आइसोलेशन वार्ड में 53 लोग एवं होम क्वॉरेंटाइन में 19 हजार 704 लोगों को रखा गया है। जिले में कोरोना से एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है।

इन स्थानों पर मिले कोरोना मरीजआज जो जिले में 10 कोरोना पॉजीटिव मरीज मिले हैं उनमें से 7 मरीज शहरी हैं और शेष 2 मरीज नरवर के बताए जो रहे हैं वही एक मरीज जेल में बंद कैदी हैं। आज के पॉजीटिव मरीजो में एक बैंककर्मी और पूर्व पार्षद और कपड़े का व्यापारी, 2 नपाकर्मी और एक जेल का मुलजिम हैं अब जेल भी संक्रमित हो चुकी हैं। वही बैंककर्मी पॉजीटिव आने के कारण बैंक में भी कोरोना का खाता खुल गया है। बैंक में लगभग 2 दर्जन कर्मचारी बताए जा रहे हैं। वही जेल में 2 बंद कैदी संक्रमित होने के कारण जेल भी संक्रमण के दायरे में आ चुकी हैं।  


इनका कहना है-


अस्पताल में प्रवेश पर हरेक व्यक्ति के हाथों को सेनेटाईज होना चाहिए यदि इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा तो हम दिखवाते है, सैम्पल को लेकर भी हम दिखवाते है कि कहां क्या कमी है।
डॉ.ए.एल.शर्मा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, शिवपुरी

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