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Thursday, September 3, 2020

आबकारी उपनिरीक्षक खानवलकर ने पां वर्ष के कार्यकाल में पकड़ी करीब एक करोड़ की अवैध शराब


पिछोर और कोलारस में बनाए शराब माफिया और कंजरों के खिलाफ  2046 प्रकरण, अब दतिया में देंगें सेवा

शिवपुरी। जिला आबकारी विभाग में पदस्थ रहककर अवैध शराब के खिलाफ कार्यवाही करने वाले शिवपुरी से विदा होकर दतिया में पदभार संभालने वाले आबकारी उपनिरीक्षक अनिरूद्ध खानबिलकर ने अपने शिवपुरी जिले में पांच वर्ष के सफल कार्यकाल में सर्वाधिक रूप से करीब 1 करोड़ रूपये की अवैध शराब को लेकर कार्यवाही को अंजाम दिया है जिसमें कई जगह अवैध शराब बनाने वाली लाखों-करोड़ों रूपये की सामग्री को नष्ट किया तो वहीं दूसर ओर जिले के पिछोर और कोलारस में रहते हुए 2046 अवैध शराब के यह प्रकरण शराब माफियाओं और कंजरों के डेरे पर पहुंचकर बनाए। अब शिवपुरी जिले से स्थानांतरित होकर आबकारी उपनिरीक्षक अनिरूद्ध खानबिलकर मप्र के दतिया जिले में अपनी सेवाऐं देंगें और आशा है कि वह दतिया जिले में भी इसी तरह अपने कार्य के प्रति समर्पित रहकर अवैध शराब के खिलाफ समय-समय पर बड़ी कार्यवाहियों को अंजाम देंगे और संभवत: अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगे इस तरह के प्रयास करेंगें।\

बता दें कि अबाकारी उपनिरीक्षक अनिरूद्ध खानवलकर जिन्होंने पिछोर एवं कोलारस वृत्त प्रभारी रहते हुए बड़े शराब माफियाओं से लेकर कंजरों तक के खिलाफ  ताबड़तोड़ कार्यवाहियां करते हुए 2046 प्रकरण बनाए। इन प्रकरणों में अवैध लहॉन, देशी, कच्ची शराब, भांग, विदेशी बीयर, विदेशी स्प्रिट सहित उपयोग की जाने वाली सामग्री जब्त की गई जिसकी अनुमानित कीमत करीब एक करोड़ रुपए आंकी गई। यह कार्यवाहियां श्री खानवलकर द्वारा वर्ष 2015 से 2020 के बीच के अपने कार्यकाल के दौरान की गई, अब जबकि उनका स्थानांतरण शिवपुरी से दतिया जिले में हो गया है 

तब भी अपना स्नेहभाव रखते हुए आबकारी उपनिरीक्षक श्री खानवलकर ने अपने सफलतम कार्यकाल के लिए अपनी पूरी टीम और जिले के कलेक्टर व आबकारी अधिकारियों को श्रेय दिया है जिसकी मदद से उन्होंने 2046 केस दर्ज किए। उनके स्थानांतरण के बाद विदाई समारोह आयोजित किया गया जिसमें श्री खानवलकर ने कहा कि शिवपुरी जिला हमेशा उन्हें याद रहेगा वह इसे अपने जीवन में कभी नहीं भूल सकेंगे। यहां बता दें कि श्री खानवलकर के पाँच वर्ष के लंबे कार्यकाल को भुलाया नहीं जा सकेगा क्योंकि कठिन परिस्थितियों में भी टीम भावना के साथ उन्होंने विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव निर्विघ्न एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराए गए। देश में पहली बार कोरोना जैसी विकट आपदा आई जिसमें आबकारी विभाग कठिनाईयों से जूझ रहा था उस कठिन घडी में भी उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कोविड.19 के नियमों का पालन कराते हुए दुकानें का संचालन कराया।

इस तरह कार्यवाही कर अवैध शराब के खिलाफ उठाए कड़े कदम

आबकारी उपनिरीक्षक अनिरूद्ध खानवलकर ने अपने कार्यकाल में पिछोर वृत्त प्रभारी रहते हुए 1019 प्रकरण बनाए जिनमें 98980 लीटर लहॉन, देश मदिरा 2336.1 लीटर, कच्ची शराब 6282.9 लीटर, विदेशी बीयर 166.2 और विदेशी स्प्रिट 252.5 और अन्य में 160 लीटर जब्त की गई जिसकी अनुमानित कीमत 72 लाख 19 हजार 238 रुपए आंकी गई। वहीं कोलारस वृत्त प्रभारी के रूप में 1027 प्रकरण बनाए जिनमें 15711 लीटर लहॉनए देश मदिरा 798.13 लीटर, कच्ची शराब 3398.4 लीटर, विदेशी बीयर 338.8 और विदेशी स्प्रिट 305.76 और अन्य में 60 लीटर जब्त की गई जिसकी अनुमानित कीमत 19 लाख 71 हजार 661 रुपए आंकी गई। इस दौरान बड़े शराब माफिया टिंकू लोधी, महेन्द्र लोधी, प्राण सिंह लोधी सहित कंजर डरों पर बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया गया जिससे शराब माफियाओं में दहशत की स्थिति बनी रही।

उत्कृष्ट कार्य हेतु तीन बार हो चुके हैं सम्मानित

श्री खानवलकर ने अपने पाँच वर्ष के कार्यकाल में शराब माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्यवाहियां को अंजाम दिया गया। अवैध शराब की फेक्ट्रियोंं पर छापामार कार्यवाही करते हुए बंद कराया। उनके उत्कृष्ट कार्यों के चलते ही जिला मुख्यालय पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में लगातार तीन बार सम्मानित किया गयाए वैसे पूरे कार्यकाल में वह पाँच बार सम्मानित हो चुके हैं।  

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