ब्राह्मण-क्षत्रिय समागम संपन्न, 2000 लोगों का उपनयन संस्कार होगा 17 फरवरी को
शिवपुरी-द्विज उपवर्ग के सभी लोगों का दायित्व सनातन धर्म के मूल्यों और परंपराओं के संवर्द्धन करना है।सभी को मिलकर समाज के सभी वर्गों के लिए उदारता एवं सह्रदयता के साथ काम करने की आवश्यकता है।सनातन परम्परा समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति का सर्वांग कल्याण सुनिश्चित करती हैं।इसलिए द्विज जातियों का प्रथम दायित्व है कि सामयिक आधार पर इन परम्पराओं को सशक्त बनाने का संकल्प धारण करें।यह बात आज मेहेर आश्रम में आयोजित क्षत्रिय-ब्राह्मण समागम को संबोधित करते हुए धर्म गुरु रघुवीर सिंह राजपूत ने कही।क्षत्रिय महासभा एवं वर्ल्ड स्प्रियउच्यूल फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस समागम में निर्णय लिया गया कि आने वाली 17 फरवरी को 2000 लोगों का उपनयन एवं यज्ञोपवीत संस्कार किये जायेंगे।इस कार्य के लिए रघुवीर सिंह राजपूत द्वारा बनारस,बृन्दावन एवं अंचल से प्रकांड विद्वानों को आमंत्रित किया जा रहा है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री राजपूत ने कहा कि आज सनातन संस्कृति के समक्ष खड़ी समस्याएं बाहरी नही है बल्कि आंतरिक अधिक हैं।हमने अपने विज्ञान सम्मत अतीत को विस्मृत कर दिया है और आधुनिकता के नाम पर जिस संस्क्रति को अपना लिया है वही समस्याओं की मूल जड़ है।श्री राजपूत ने कहा कि ब्राह्मण सदैव समन्वय,सहयोग और संवेदनशीलता का समुच्चय रहा है यही खूबियां उसकी कालजयी स्वीकृति का आधार रही हैं।क्षत्रिय ओर ब्राह्मण एक दूसरे के पूरक रहे हैं और यही समन्वय सदैव से समाज की सुगम्य व्यवस्था का आधार रहा है।आज समय आ गया है कि सभी द्विज जातियां मिलकर अपनी महान संस्क्रति के संपोषण का काम उदारभाव के साथ करें।
श्री राजपूत ने कहा कि जो समाज के पिछड़े,वंचित और हाशिये के लोग है उन्हें इस महान संस्क्रति के साथ उनके रिश्ते का अहसास कराएं।श्री राजपूत ने बताया कि अगले साल 17 फरवरी को हम सभी मिलकर समाज के 2 हजार लोगों का वर्गभेद भुलाकर उपनयन संस्कार सुनिश्चित करायेंगे।
कार्यक्रम को पत्रकार प्रमोद भार्गव,श्रीप्रकाश शर्मा,आचार्य गोपाल जी महाराज ,वीरेंद्र रघुवंशी ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आये ब्राह्मण आचार्यो का स्वागत सम्मान गुरुजी श्री राजपूत द्वारा किया गया।इस अवसर पर समागम का संचालन सुरेश दुबे ने किया और आभार प्रदर्शन की रस्म क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष सुनीत कुमार सिंह चौहान ने पूरी की।
कार्यक्रम में बांकड़े आचार्य गिरीश महाराज,डॉ बीके शर्मा,डॉ गोविंद सिंह,डॉ डीके सिरोठिया, दुष्यंत दीक्षित,प्रकाश गुप्ता, विनोद शर्मा,ओपी रघुवंशी, राजकुमार रघुवंशी,गोविंद अवस्थी,कपिल दुबे,लालू केवी शर्मा,राजेन्द्र पिपलौदा, गोलू व्यास,गोपाल त्रिवेदी,विकास शर्मा,संजीव भार्गव,जेपी शर्मा,नरेंद्र गौतम,अभिषेक शर्मा शिवप्रताप सिंह कुशवाह.रविन्द्र सिंह परमार भजन सिंह वैस. कुलदीप सिंह राजावत,रविन्द्र सिंह सेंगर.ओमप्रकाश सिंह कुशवाह,कुलदीप सिंह तोमर समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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