शिवपुरी । देश की आज़ादी से पहले और आज़ादी के बाद भी यदि किसी परिवार ने जन-जन के विकास के लिए कार्य किया है, तो वह है सिंधिया परिवार। चाहे सिंचाई हो, शिक्षा, स्वास्थ्य, रेलवे, उद्योग या फिर धार्मिक-सांस्कृतिक समरसता—हर क्षेत्र में सिंधियाओं की दूरदृष्टि और जनहित की भावना ने ग्वालियर-चंबल अंचल को विकास की दिशा दी है।
आज जब देशभर में विकास की बातें हो रही हैं, तो यह जरूरी हो जाता है कि ग्वालियर-चंबल अंचल के उन ऐतिहासिक कार्यों को याद किया जाए, जिनकी नींव सिंधिया राजघराने ने रखी थी।
सिंचाई और जल परियोजनाएं
तिघरा बांध, हरसी बांध, जड़ेरुआ बांध जैसी कई प्रमुख जल परियोजनाओं के साथ-साथ अनेकों नहरों का निर्माण हुआ, जिससे सिंचाई के साथ-साथ पेयजल की व्यवस्था मजबूत हुई।
स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति
जयारोग्य चिकित्सालय, कमलाराजा चिकित्सालय सहित ग्वालियर-चंबल में स्थापित कई छोटे-बड़े अस्पताल आज भी क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी योगदान
गोरखी स्कूल, पदमा विद्यालय, गजराराज स्कूल, सरस्वती शिशु मंदिर, जीवाजीराव स्कूल जैसे संस्थानों के अलावा जीवाजी विश्वविद्यालय, एमएलबी कॉलेज, साइंस कॉलेज, एमआईटीएस, केआरजी कॉलेज और मेडिकल कॉलेज जैसी उच्च शिक्षण संस्थाओं की नींव भी सिंधिया परिवार ने रखी।
व्यापार और परिवहन
ग्वालियर में राष्ट्रीय व्यापार मेले की स्थापना और चैंबर ऑफ कॉमर्स की शुरुआत व्यापारिक दृष्टि से मील का पत्थर रही। जब देश में सीमित इलाकों में रेल सेवा थी, तब ग्वालियर से शिवपुरी, श्योपुर और भिंड तक रेल संचालन सिंधियाओं की पहल से हुआ।
शहर का सौंदर्य और समरसता
बैजाताल, सागरताल, कटोराताल, जनकताल, जलबिहार जैसे आकर्षणों का निर्माण, फूलबाग परिसर में मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे की मौजूदगी एकता और भाईचारे का संदेश देती है।
आधारभूत संरचना
ग्वालियर में नगर निगम की स्थापना, हाईकोर्ट भवन, मोतीमहल, स्टेट बैंक, केंद्रीय डाकघर, विक्टोरिया मार्केट, रेलवे ऑवरब्रिज, छापाखाना जैसे अनेकों निर्माण कार्य सिंधिया परिवार की सोच और सेवा भावना के उदाहरण हैं।
औद्योगिक विकास और ऊर्जा
गुना का खाद कारखाना और ग्वालियर के ओडुपुरा में 700 करोड़ की लागत से बना बिजलीघर औद्योगिक विकास की दिशा में ठोस पहल थी।
आधुनिक परिवहन और अवसंरचना
ग्वालियर का पुराना एयरपोर्ट जहां माधवराव सिंधिया की देन रहा, वहीं नया अत्याधुनिक एयरपोर्ट वर्तमान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रयासों का परिणाम है। ग्वालियर रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण, 2000 करोड़ की लागत से एलिवेटेड रोड और अंतर्राज्यीय बस अड्डा जैसे कार्य सिंधिया परिवार के निरंतर विकास के संकल्प को दर्शाते हैं।
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