एआईसीसी बना सकती है विजया शर्मा पर अपनी राय, तो पीसीसी की पसंद होंगें श्रीप्रकाश शर्मा वहीं सिंधिया कर सकते हैं अन्नी शर्मा पर सहमति
पारिवारिक कारणों के बाद भी प्रत्याशी चयन में पार्टी लाईन के निर्णय को नकार सकते हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया
चुनावी समीक्षा - राकेश शर्मा
शिवपुरी-स्थानीय विधायक व मंत्री यशोधरा राजे ङ्क्षसधिया को शिवपुरी विधानसभा से चुनौती देने के लिए कांग्रेस पार्टी में वैश्य और ब्राह्मण प्रत्याशियों के बीच में निर्णय करने की स्थिति बनती दिखाई दे रही है। वैश्य प्रत्याशियों में जहां राकेश गुप्ता, सिद्धार्थ लढ़ा, पवन जैन पीएस के साथ-साथ प्रेम स्वीट्स राजेश जैन ने भी अपनी दावेदारी मजबूत कर दी है तो वहीं ब्राह्मण प्रत्याशी के तौर पर हरिबल्लभ शुक्ला और गणेश गौतम अपने को शिवपुरी विधानसभा से उम्मीदवार बनाए जाने के लिए पुरजोर तरीके से प्रयासरत है लेकिन इनसे हटके जो परिस्थिति सामने दिखाई दे रही है उसके मुताबिक पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीप्रकाश शर्मा, पूर्व युवक कांग्रेस अध्यक्ष विजय शर्मा के साथ वर्तमान नगर पालिका उपाध्यक्ष अनिल शर्मा अन्नी के नामों को लेकर पार्टी सूत्रों के मुताबिक गंभीर मंत्रणा की जा रही है। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछली विधानसभा की तरह इस बार अपने पारिवारिक कारणों के चलते शिवपुरी से प्रत्याशी चयन के मामले में पार्टी को ही निर्णय करने के लिए स्वतंत्र कर सकते हैं, इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता। उस आधार पर विजय शर्मा ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के निर्णय से, श्रीप्रकाश शर्मा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की इच्छा और अनिल शर्मा अन्नी, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की पहल पर प्रत्याशी बनाए जा सकते है।
शिवपुरी जिले में कांग्रेस पार्टी अपना दबदबा बनाए रखने के लिए पांचों विधानसभाओं पर बड़ी गंभीरता से प्रत्याशियों के चयन को लेकर प्रयासरत है। सूत्रों के मुताबिक यशोधरा राजे सिंधिया के चुनाव लडऩे की परिस्थिति में और कमजोर होती कांग्रेस के लिए करैरा और कोलारस विधानसभा सीट के मद्देनजर प्रत्याशी चयन को लेकर जातिगत समीकरणों के हिसाब से ब्राह्मण प्रत्याशी को शिवपुरी विधानसभा से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। ग्वालियर संभाग में लगभग 17 विधानसभा सीटों में 2 से 3 ब्राह्मण उम्मीदवार कांगे्रस की तरफ से बनाए जा सकते है क्योंकि सूत्रों के मुताबिक ग्वालियर से रमेश अग्रवाल और मुन्ना लाल गोयल प्रत्याशी वैश्य समाज की ओर से हो सकते है। जिसमें शिवपुरी के लिए ब्राह्मण प्रत्याशी को लेकर अंदरूनी तौर पर वातावरण बनाने का काम पिछोर विधायक केपी सिंह भी गोपनीय तरीके से कर रहे है। हालांकि यशोधरा राजे ङ्क्षसधिया के लिए कांग्रेस पार्टी पहले भी ब्राह्मण प्रत्याशी उतार चुकी है जिसमें 1998 में पूर्व विधायक हरिबल्लभ शुक्ला और उसके बाद 2003 में पूर्व विधायक गणेश गौतम अपना भाग्य आजमा चुके है। इसलिए ब्राह्मण प्रत्याशी चुनौती बनेगा यह पूरी तरीके से सही नहीं माना जा सकता है लेकिन नए चेहरे को लेकर यदि कांग्रेस पार्टी कोई निर्णय करती है तो निश्चित पर यह यशोधरा राजे ङ्क्षसधिया के लिए एक बड़ी चुनौती सूत्रों के मुताबिक पूर्व युवक कांग्रेस अध्यक्ष विजय शर्मा का राजनैतिक जीवन सिंधिया परिवार से शुरू भले ही हुआ हो लेकिन पार्टी लाईन पर कार्य करते हुए वह ऑल इंडिया कंागे्रेस कमेटी तक अपनी मजबूत पकड़ रखते है और एआईसीसी के माध्यम से वह अनक राज्यों में कांग्रेस के संगठन के लिए काम कर चुके है इसलिए एआईसीसी विजय शर्मा के मामले में सीधे तौर पर कोई निर्णय कर दे तो इसे अतिश्योक्ति नहीं माना जाएगा। इसके बाद श्रीप्रकाश शर्मा जो पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष रहने के साथ-साथ 1977 से कांग्रेस के कार्यकर्ता है, सिंधिया परिवार से राजनीति इनकी भी श्ुारू हुई थी लेकिन कालांतर में राजनैतिक विरोधाभास के चलते यह दिग्विजय सिंह के समर्थक बन गए, बाबजूद इसके स्व.माधवराव सिंधिया ने श्रीप्रकाश शर्मा को हमेशा तरजीह दी है इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी श्रीप्रकाश शर्मा की कार्यशैली से परिचित है और कांग्रेस अध्यक्षों के कार्यकाल में लगातार 10 वर्षों तक जिला कांग्रेस का संचालन करने से उन्हें चुनाव के लडऩे की सभी पेैंतरेबाजी आती है। तो प्रदेश कांग्रेस पार्टी श्रीप्रकाश शर्मा को उम्मीदवार बना सकती है लेकिन इनकी उम्मीदवारी में पिछोर विधायक केपी सिंह की महती भूमिका होना संभव है। जहां तक वर्तमान नगर पालिका उपाध्यक्ष अनिल शर्मा अन्नी का सवाल है तो उनको लेकर भी पार्टी में अलग-अलग तरीके से विचार मंथन किया जा रहा है स्वयं केपी सिंह भी अन्नी शर्मा को लेकर परिस्थिति का मूल्यांकन कर रहे है। अन्नी शर्मा के मामले में यह सर्वविदित है कि उनका परिवार सिंधिया परिवार का निष्ठावान माना जाता रहा है और गणेश गौतम के 1985 के चुनाव में अन्नी शर्मा के पिता स्व.रमेश शर्मा भैया ने एक महती भूमिका अदा की थी जिससे दोबारा गणेश गौतम विधायक बने। अन्नी शर्मा का निर्णय प्रदेश कांग्रेस और ऑल इंडिया कांग्रेस की तरफ से हो इसे सही नहीं माना जाएगा लेकिन इतना तय है कि सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ब्राह्मण नेता के रूप में किसी नए चेहरे को अगर सामने लाने का प्रयास करेंगें तो वह अन्नी शर्मा पर अपनी राय व्यक्त कर सकते है। हालांकि ब्राह्मण प्रत्याशी के तौर पर गणेश गौतम को लेकर भी ज्योतिरादित्य सिंधिया की सकारात्मक राय है और हरिबल्लभ शुक्ला के मामले में सूत्रों के मुताबिक यह माना जा रहा है कि पोहरी की बजाए वह शिवपुरी से चुनाव लडऩे के लिए प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस कमलनाथ के भी सतत संपर्क में है।
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