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Shishukunj

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Wednesday, April 23, 2025

डकैतों से परेशान आदिवासियों ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर की बंदूक लाइसेंस की माँग, सहरिया क्रांति ने सौंपा ज्ञापन


बनहेरा में डकैतों का तांडव, दहशत में आदिवासी, सहरिया क्रांति ने सौंपा ज्ञापन

शिवपुरी। जिला शिवपुरी के थाना बैराढ़ अंतर्गत ग्राम बनहेरा में डकैतों व बदमाशों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि अब आदिवासी समाज के लोग अपने अस्तित्व और जानमाल की हिफाजत के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय का दरवाजा खटखटाने पर मजबूर हो गए। सहरिया क्रांति आंदोलन के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने सोमवार को एसपी शिवपुरी को ज्ञापन सौंपकर गाँव में डकैतों के उत्पात पर कड़ा एक्शन लेने की माँग की।

ज्ञापन में बताया गया कि बीते कुछ दिनों से बनहेरा गाँव में डकैतों की सक्रियता बढ़ गई है। ये असामाजिक तत्व आए दिन गाँव के भोले-भाले आदिवासियों को डरा-धमकाकर लूटपाट, महिलाओं से बदसलूकी और बच्चों तक के साथ अमानवीय व्यवहार कर रहे हैं। हाल ही में डकैतों ने गाँव में खुलेआम लूटपाट कर सनसनी फैला दी। इस वारदात के बाद पूरे गाँव में दहशत का माहौल है। ग्रामीण रातभर पहरेदारी करने को मजबूर हैं और खेत-खलिहान तक जाने से डर रहे हैं। सबसे खौफनाक बात यह है कि बदमाशों का हौसला इतना बुलंद है कि वे खुलेआम जान से मारने की धमकियाँ दे रहे हैं। ज्ञापन में विशेष रूप से मुलायम यादव नामक बदमाश और उसके साथियों का नाम लेकर बताया गया कि वे आदिवासियों पर हमले की साजिश रच रहे हैं। 

हालात यह हैं कि ग्रामीण रोजगार, खेती-बाड़ी और बच्चों की पढ़ाई तक छोडऩे को मजबूर हो गए हैं। सहरिया क्रांति आंदोलन के संयोजक संजय बेचैन  ने प्रशासन को चेताया कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आदिवासी समाज स?क पर उतरने को बाध्य होगा। ग्रामीणों ने गाँव में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती और जब तक बदमाशों की गिरफ्तारी न हो, तब तक सशस्त्र सुरक्षा व्यवस्था की माँग की। साथ ही आत्मरक्षा के लिए समस्त आदिवासी ग्रामीणों को वैधानिक बंदूक लाइसेंस देने की माँग भी ज्ञापन में रखी गई। 

ग्रामीणों का कहना है कि जब प्रशासन सुरक्षा देने में विफल है, तो उन्हें अपनी जान और अपने परिवार की रक्षा का अधिकार मिलना चाहिए। सहरिया क्रांति आंदोलन ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्यवाही नहीं हुई तो शिवपुरी में बड़ा आदिवासी आंदोलन खड़ा किया जाएगा। अब देखना यह है कि शिवपुरी पुलिस प्रशासन इस गंभीर मामले में क्या कदम उठाता है। क्या बनहेरा के आदिवासियों को सुरक्षा मिलेगी, या उन्हें यूँ ही डकैतों के रहमोकरम पर जीना होगा? गाँव के हर गरीब की नजरें अब एसपी शिवपुरी पर टिकी हैं।

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