जिले से एक मात्र प्रतिभागी का हुआ चयन, अंचल शिवपुरी और कोचिंग संस्थान का नाम किया रोशनशिवपुरी-जिले के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान शौर्य एकेडमी एक बार फिर शिक्षा के क्षेत्र में अपनी गुणवत्ता का प्रमाण देने में सफल रहा है। एकेडमी के प्रतिभाशाली छात्र हर्षवर्धन तिवारी ने सैनिक स्कूल भर्ती परीक्षा 2025 में चयनित होकर न केवल अपने माता-पिता व गुरुजनों व कोचिंग संस्थान शौर्य एकेडमी के रूप में अंचल शिवपुरी का नाम रोशन किया बल्कि जिले का भी गौरव बढ़ाया है।
यह बात कही शौर्य एकेडमी के संचालक रीतेश सर ने बताया कि शिक्षा के रूप में तय लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए परिश्रम आवश्यक है और हमारा उद्देश्य रहता है कि कोचिंग संस्थान के सभी छात्र-छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिए तैयार किया जावे इसके लिए लगातार यूपीएससी, एमपीएससी, एसएससी, बैंकिंग, एनडीए/सीडीएस, व्यापम और रेल्वे की तैयारी को लेकर प्रशिक्षित किया जाता है। इसके लिए कोचिंग संस्थान के द्वारा 3 दिनों का नि:शुल्क डेमो भी प्रदाय किया जाता है ताकि हरेक छात्र-छात्रा संस्थान की शिक्षण व्यवस्था को समझें और स्वयं निर्णय लें।
शौर्य एकेडमी के होनकार छात्र हर्षवर्धन तिवारी पुत्र पुत्र संजय कुमार तिवारी निवासी के पी सिंह कोठी के पीछे शिवपुरी जो कि संस्थान में अभी 4 माह से कोचिंग अध्यनरत रहे है, ने लगातार 6 से 7 घंटे तक कोचिंग लेकर तैयारी की और दो महीने पूर्व अप्रैल माह में सैनिक स्कूल की परीक्षा हुई थी जिसका परिणाम बीती 23 मई को आया। बता दें कि पूरे देश में 33 सैनिक स्कूल है जिनमें शिवपुरी जिले में शौर्य एकेडमी के होनहार छात्र हर्षवर्धन ने यह सफलता हासिल की। इस चयन प्रक्रिया में 6.50 लाख बच्चेे शामिल होते है जिसमें से हर्षवर्धन का ही चयन हुआ है, अब वह अपनी आगामी पढ़ाई राजस्थान के चितौडग़ढ़ में स्थित सैनिक स्कूल में कक्षा 9 से 12 तक की पढ़ाई करेगा और अपना उज्ज्वल भविष्य बनाएगा।
शौर्य एकेडमी के इस होनहार छात्र हर्षवर्धन तिवारी की इस सफलता के पीछे उनकी कड़ी मेहनत, अनुशासन और शौर्य एकेडमी के संचालकगण रितेश सर, हेमंत सर, गौरी मेम, का उत्कृष्ट मार्गदर्शन है। एकेडमी द्वारा समय-समय पर आयोजित मॉक टेस्ट, विशेष कक्षाएँ और व्यक्तिगत मार्गदर्शन ने उनकी तैयारी को और भी मजबूत बनाया। शौर्य एकेडमी के संचालक रीतेश सर ने बताया कि हर्षवर्धन शुरू से ही मेहनती और लगनशील छात्र रहे हैं, उनके चयन ने यह साबित कर दिया है कि यदि उचित मार्गदर्शन और ईमानदार प्रयास हो, तो सफलता अवश्य मिलती है। स्थानीय लोगों, अभिभावकों और शिक्षकों ने हर्षवर्धन को इस अद्भुत उपलब्धि पर बधाइयाँ दी हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। यह सफलता अन्य छात्रों को भी प्रेरित करेगी कि वे अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहें।
No comments:
Post a Comment