शिवपुरी- मंगलम शिवपुरी में योग प्रशिक्षण प्राप्त बच्चों एवं स्कूली छात्र-छात्राओं के मध्य आनापान ध्यान शिविर का आयोजन आनंद विभाग और बाल मित्र उपक्रम टीम के संयुक्त तत्वाधान में संपन्न हुआ जिसमें 31 विद्यार्थियों ने भाग लिया जिसमें 23 छात्राएं और आठ छात्र उपस्थित रहे। सर्वप्रथम प्रमुख आचार्य सत्यनारायण गोयनका की ऑडियो के माध्यम से शारीरिक स्थिति जिसमें कमर, पीठ और गर्दन सीधी रखकर सहज स्वाभाविक सांस के माध्यम से सही सजगता का अभ्यास कराया गया, बच्चों को नेवला और सांप की कहानी सुनाई गई जिसमें नेवला ने बालक की रक्षा करने के उद्देश्य से सांप के टुकड़े-टुकड़े कर दिए, ग्रहणी ने नेवले की हत्या करके प्रायश्चित किया। बच्चों को ध्यान करने के लाभों से परिचित कराया गया जिसमें अपनी पढ़ाई के प्रति रुचि जागृत होती है, मन पवित्र होता है, मन शांत होता है, मन में सजगता बढ़ती है, लगातार विचार आना रुक जाते हैं, यहां बताना होगा कि मंगलम के विद्यार्थियों को लेकर दूसरा फॉलो अप कार्यक्रम हुआ। शिविर समापन पर बच्चों से फीडबैक फार्म भरवा गए। बच्चों को सुबह-शाम 10 मिनट के लिए आना-पान ध्यान करने के लिए प्रेरित किया गया जिससे छात्र जीवन सहज और आसान बन सके।
शिवपुरी- मंगलम शिवपुरी में योग प्रशिक्षण प्राप्त बच्चों एवं स्कूली छात्र-छात्राओं के मध्य आनापान ध्यान शिविर का आयोजन आनंद विभाग और बाल मित्र उपक्रम टीम के संयुक्त तत्वाधान में संपन्न हुआ जिसमें 31 विद्यार्थियों ने भाग लिया जिसमें 23 छात्राएं और आठ छात्र उपस्थित रहे। सर्वप्रथम प्रमुख आचार्य सत्यनारायण गोयनका की ऑडियो के माध्यम से शारीरिक स्थिति जिसमें कमर, पीठ और गर्दन सीधी रखकर सहज स्वाभाविक सांस के माध्यम से सही सजगता का अभ्यास कराया गया, बच्चों को नेवला और सांप की कहानी सुनाई गई जिसमें नेवला ने बालक की रक्षा करने के उद्देश्य से सांप के टुकड़े-टुकड़े कर दिए, ग्रहणी ने नेवले की हत्या करके प्रायश्चित किया। बच्चों को ध्यान करने के लाभों से परिचित कराया गया जिसमें अपनी पढ़ाई के प्रति रुचि जागृत होती है, मन पवित्र होता है, मन शांत होता है, मन में सजगता बढ़ती है, लगातार विचार आना रुक जाते हैं, यहां बताना होगा कि मंगलम के विद्यार्थियों को लेकर दूसरा फॉलो अप कार्यक्रम हुआ। शिविर समापन पर बच्चों से फीडबैक फार्म भरवा गए। बच्चों को सुबह-शाम 10 मिनट के लिए आना-पान ध्यान करने के लिए प्रेरित किया गया जिससे छात्र जीवन सहज और आसान बन सके।
No comments:
Post a Comment