शिवपुरी- धनवंतरी जयंती के अवसर पर शनिवार को शिवयोग योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र पर आरोग्य भारती मध्य भारत प्रांत के तत्वधान में धनवंतरी जयंती मनाई गई। जिसमें अतिथि डॉ अनिल वर्मा जिला आयुष अधिकारी, नाड़ी (विशेषज्ञ)डॉ अशोक उपाध्याय, योगाचार्य विजय सेन, उपस्थित रहे।इस अवसर पर जिला आयुष अधिकारी डॉ अनिल वर्मा ने उपस्थि लोगो को आयुर्वेद की जानकारी देते हुए बताया कि हमें किस ऋतु में क्या खाना चाहिए, पथ्य अपथ्य की भी जानकारी दी एवं आयुर्वेद को विस्तार से समझाया, हम किस तरह आयुर्वेद की सहायता से स्वस्थ रह सकते है। इस दौरान डॉ अशोक उपाध्याय ने डॉ धनवंतरी के बारे में बताते हुए कहा कि भगवान धनवंतरी स्वस्थ और आयुर्वेद के देवता है, कार्तिक मास की त्रयोदशी के दिन समुद्र मंथन के समय अमृत का कलश लेके समुद्र से निकले, इसलिए आज उनकी जयंती मनाई जाती है और नाड़ी देखकर लोगों का स्वास्थ परीक्षण किया एवं त्रिदोषों के बारे में बताया वात, पित्त, और कफ का संतुलन आयुर्वेद की सहायता से किस तरह से बनाए रखा जा सकता है। इस अवसर पर योगाचार्य विजय सेन ने योग की जानकारी दी और योग का जीवन में महत्व एवं प्राणायाम बंध मुद्रा एवं ध्यान के बारे में बताया। कार्यक्रम का मंच संचालन निदा खान ने किया, योग शिक्षक सागर सोनी, ग्रशा गुप्ता, रौनक सोनी, हिमांशी मिश्रा, परिधि गुप्ता, उपस्थित रहे।
शिवपुरी- धनवंतरी जयंती के अवसर पर शनिवार को शिवयोग योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र पर आरोग्य भारती मध्य भारत प्रांत के तत्वधान में धनवंतरी जयंती मनाई गई। जिसमें अतिथि डॉ अनिल वर्मा जिला आयुष अधिकारी, नाड़ी (विशेषज्ञ)डॉ अशोक उपाध्याय, योगाचार्य विजय सेन, उपस्थित रहे।इस अवसर पर जिला आयुष अधिकारी डॉ अनिल वर्मा ने उपस्थि लोगो को आयुर्वेद की जानकारी देते हुए बताया कि हमें किस ऋतु में क्या खाना चाहिए, पथ्य अपथ्य की भी जानकारी दी एवं आयुर्वेद को विस्तार से समझाया, हम किस तरह आयुर्वेद की सहायता से स्वस्थ रह सकते है। इस दौरान डॉ अशोक उपाध्याय ने डॉ धनवंतरी के बारे में बताते हुए कहा कि भगवान धनवंतरी स्वस्थ और आयुर्वेद के देवता है, कार्तिक मास की त्रयोदशी के दिन समुद्र मंथन के समय अमृत का कलश लेके समुद्र से निकले, इसलिए आज उनकी जयंती मनाई जाती है और नाड़ी देखकर लोगों का स्वास्थ परीक्षण किया एवं त्रिदोषों के बारे में बताया वात, पित्त, और कफ का संतुलन आयुर्वेद की सहायता से किस तरह से बनाए रखा जा सकता है। इस अवसर पर योगाचार्य विजय सेन ने योग की जानकारी दी और योग का जीवन में महत्व एवं प्राणायाम बंध मुद्रा एवं ध्यान के बारे में बताया। कार्यक्रम का मंच संचालन निदा खान ने किया, योग शिक्षक सागर सोनी, ग्रशा गुप्ता, रौनक सोनी, हिमांशी मिश्रा, परिधि गुप्ता, उपस्थित रहे।
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