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Thursday, October 24, 2019

पांच दिवसीय दीप पर्व दीपोत्सव की शुरूआत, धनतेरस आज

शिवपुरी-पांच दिवसीय दीप पर्व दीपावली की रंगारंग शुरूआत आज धनतेरस से होने जा रही है। दीपावल के त्यौहार को लेकर एक ओर जहां पूरा बाजार आमजन, हाथठेलों और दुकानों की सजावटों से भरा पड़ा है तो वहीं दूसरी ओर मिष्ठान विक्रेताओ ने भी अपनी दुकानें सजाना शुरू कर दी है। इसके साथ ही आज धनतेरस के अवसर पर बर्तन खरीदी की मान्यता है इसे लेकर लोगों ने अपने घर में आवश्यक बर्तनों की खरीदी को पहले प्राथमिकता देना सुनिश्चित किया है। बर्तन खरीदी के लिए बाजार भी सज गया है और विभिन्न वैरायटियों के आधुनिक बर्तनों की रेंज बाजार
में देखने को मिल रही है। आज पूरा बर्तन बाजार गुलजार रहेगा साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, आतिशबाजी, मिष्ठान आदि दुकानों पर भी लोगों का हुजूम उमड़ेगा और लोग जमकर खरीदारी भी करेंगें। दीप पर्व दीपावली की शुरूआत आज भले ही धनतेरस से होगी लेकिन इसके साथ ही छोटी दीपावली, महालक्ष्मी पूजन बड़ी दीवाली, गोवर्धन, भाईदूज यह सभी त्यौहार भी प्रेम व सद्भाव की मिसाल है और इस  त्यौहार पर ना केवल घरों पर बने व्यंजनों से मेहमानों की आवभगत की जाएगी बल्कि मिष्ठान पसंद लोगों के लिए दीवाली अनेकों मिठाई की खुशियां लेकर भी आएगी। त्यौहार को लेकर बाजार में भी आकर्षक रंगीन सजावट और लोगों की चहल-पहल जारी है। 
मिष्ठान विक्रेताओं ने बनाई मिठाईयां
दीपावली के त्यौहार के अवसर पर हिन्दू परिवारों द्वारा मिठाई खरीदी जाती हैं जिसकी मात्रा अपनी-अपनी क्षमता पर निर्भर करती हैं। बीते कई सप्ताहों से मिठाई विक्रेताओं द्वारा मिठाई बनाने का सिलसिला अनबरत रूप से जारी हैं। दीपावली के अवसर पर मिठाई की अधिक खपत को देखते हुए मिठाई का निर्माण कई सप्ताह पूर्व दुकानदारों द्वारा कर लिया गया हैं। कई सप्ताह पूर्व बनी मिठाई निश्चित रूप से नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ही होगी। साथ ही इस अवसर पर दुकानदारों द्वारा इन मिठाईयों में रंगबिरंगे रंग व ऐंसेंस का भी उपयोग खुले रूप से किया जा रहा हैं। जिसकी बजह से लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर तो पड़ेगा ही। साथ ही फूड पॉयीजनिंग होने से नागरिकों की जान भी जोखिम में पड़ सकती हैं।
अमानक खाद्य वस्तुओं का हो रहा उपयोग, कार्यवाही की दरकार
यह तथ्य सर्वविदित हैं कि दीपावली के अवसर पर मिठाई विक्रेताओं द्वारा अधिक मुनाफा कमाने के उद्देश्य से मिठाईयों में अमानक खाद्य वस्तुओं का उपयोग किया जाता हैं। साथ ही कई सप्ताह पूर्व मिठाईयां बनाई जाने की खबर सामान्य से सामान्य व्यक्ति तक को हैं, लेकिन खाद्य महकमे के अधिकारी व कर्मचारियों का ध्यान इस ओर अभी तक नहीं गया हैं और न ही किसी मिठाई विक्रेता के विरूद्ध अभी तक कोई कार्यवाही की गई है। शासन द्वारा खाद्य विभाग का निर्माण इसलिए किया गया था कि इसके द्वारा मिलावट खोरों व अमानक बस्तुओं का उपयोग करने वाले हलवाईयों एवं अन्य के विरूद्ध जांच कर कार्यवाही करे। लेकिन खाद्य विभाग द्वारा इन मिठाई विक्रेताओं को अभयदान दे दिया गया। तब फिर खाद्य विभाग बनाए जाने का क्या औचित्य रह जाता हैं? 

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