कोरोना वायरस का भी असर रहा बेअसरए हल्की बरसात के चलते फगुआरों की संख्या दिखी कमी
शिवपुरी। हर्ष, उल्लास और धूमधाम से मनाया जाने वाला महापर्व होली इस बार शिवपुरी जिले में शांतिपूर्ण ढंग से मनाया गया। लोगों ने समझदारी का परिचय देते हुये पानी के अपव्यय करने से परहेज करते हुये गुलाल की होली खेली। बहुत कम जगहों पर रंग की होली का माहौल देखने को मिला। होली के उत्सव को मनाते हुये सुबह से ही लोग अपने घरों से निवृत होकर निकले और हाथ में गुलाल लिये एक दूसरे को गुलाल का तिलक लगाते हुये देखे गये। हालांकि कोरोना वायरस का भय भी लोगों के दिमाग पर था परंतु उनका यह असर उस समय बेअसर हो गया जब वे होली के रंग में रंग गये हालांकि इस वायरस के चलते कई लोगों ने इस पर्व को मनाते समय लोगों से दूरियां रखना ही उचित समझा। इस पर्व पर रंग और गुलाल से परहेज रखने वालों ने सोशल मीडिया का अधिक उपयोग किया और एक दूसरे को ब्हाटसप व फेसवुक के माध्यम बधाईयां दी गईं। समझदारी का परिचय व सावधानियां बरतते हुये कम लोग ही अपने घरों से वाहर निकले और पूर्व की तरह होली मनाते देखे गये। साम्प्रदायिक सौहार्द के साथ मनाये गये इस त्योहार में सभी वर्ग समुदाय के लोगों ने भाग लेते हुये होली के महापर्व की एक दूसरे केा बधाई व शुभकामनायें दी और भाईचारे की भावना से मेल मिलाप किया। जगह जगह बृज की होली भी खेलते लोगों को देखा गया। वहीं कई जगह भजन संगीत के साथ नृत्य करते हुये होली महोत्सव मनाया गया।
सिंधिया के समाचार का रहा प्रभाव
क्षेत्र के कद्दावर नेता कहे जाने वाले पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने पिता माधवराव सिंधिया की 75 वीं जयंती पर कांग्रेस छोडकर भाजपा में आने का समाचार लोगों के दिमाग पर इस कदर चढा कि होली मनाने वाले अधिकांश लोग अपने घरों के टेलीविजन पर समाचार सुनते देखे गये। उन्हेांने राजनीतिक हलचल को होली महोत्सव में शामिल करते हुये टीव्ही समाचार पर भी दिन विताया। कोरोना वायरस से वचाव की सावधानियां व दिन व्यतीत करने का अच्छा साधन टेलीविजन सिद्ध हुआ और लोगों ने राजनीतिक परिचर्चाओं व समाचारों को सुनते देखते हुये दिन बिताया।
शिवपुरी। हर्ष, उल्लास और धूमधाम से मनाया जाने वाला महापर्व होली इस बार शिवपुरी जिले में शांतिपूर्ण ढंग से मनाया गया। लोगों ने समझदारी का परिचय देते हुये पानी के अपव्यय करने से परहेज करते हुये गुलाल की होली खेली। बहुत कम जगहों पर रंग की होली का माहौल देखने को मिला। होली के उत्सव को मनाते हुये सुबह से ही लोग अपने घरों से निवृत होकर निकले और हाथ में गुलाल लिये एक दूसरे को गुलाल का तिलक लगाते हुये देखे गये। हालांकि कोरोना वायरस का भय भी लोगों के दिमाग पर था परंतु उनका यह असर उस समय बेअसर हो गया जब वे होली के रंग में रंग गये हालांकि इस वायरस के चलते कई लोगों ने इस पर्व को मनाते समय लोगों से दूरियां रखना ही उचित समझा। इस पर्व पर रंग और गुलाल से परहेज रखने वालों ने सोशल मीडिया का अधिक उपयोग किया और एक दूसरे को ब्हाटसप व फेसवुक के माध्यम बधाईयां दी गईं। समझदारी का परिचय व सावधानियां बरतते हुये कम लोग ही अपने घरों से वाहर निकले और पूर्व की तरह होली मनाते देखे गये। साम्प्रदायिक सौहार्द के साथ मनाये गये इस त्योहार में सभी वर्ग समुदाय के लोगों ने भाग लेते हुये होली के महापर्व की एक दूसरे केा बधाई व शुभकामनायें दी और भाईचारे की भावना से मेल मिलाप किया। जगह जगह बृज की होली भी खेलते लोगों को देखा गया। वहीं कई जगह भजन संगीत के साथ नृत्य करते हुये होली महोत्सव मनाया गया।
सिंधिया के समाचार का रहा प्रभाव
क्षेत्र के कद्दावर नेता कहे जाने वाले पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने पिता माधवराव सिंधिया की 75 वीं जयंती पर कांग्रेस छोडकर भाजपा में आने का समाचार लोगों के दिमाग पर इस कदर चढा कि होली मनाने वाले अधिकांश लोग अपने घरों के टेलीविजन पर समाचार सुनते देखे गये। उन्हेांने राजनीतिक हलचल को होली महोत्सव में शामिल करते हुये टीव्ही समाचार पर भी दिन विताया। कोरोना वायरस से वचाव की सावधानियां व दिन व्यतीत करने का अच्छा साधन टेलीविजन सिद्ध हुआ और लोगों ने राजनीतिक परिचर्चाओं व समाचारों को सुनते देखते हुये दिन बिताया।
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