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Shishukunj

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Wednesday, May 6, 2020

श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रयासों से भारत लाया जा सका मंगलम संस्था अध्यक्ष राकेश गुप्ता के रिश्तेदार का शव



दुबई में लावारिस लाश को भारत लाकर किया गया अंतिम संस्कार, श्रीमन्त के प्रयास रंग लाये, शोककुल परिजनों ने माना आभार
शिवपुरी-कभी सोचा नही था कि आज के कोरोना के हालातों में कोई विदेश से भी अपने परिजनों के अंतिम दर्शन भारत लेकर अपने सम्मुख कर सकेगा लेकिन यह सम्भव हुआ है शहर के मंगलम संस्था अध्यक्ष राकेश गुप्ता के अथक प्रयासों से जब उन्होंने अपनी यह व्यथा अपने मार्गदर्शक सर्वमान्य नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस घटनाक्रम से अवगत कराया और बताया कि उनके रिस्तेदार कपिल गर्ग दुबई में इंडिका कंपनी में सीईओ के पद पर कार्य करते है 

इसी बीच करीब एक माह पूर्व उनकी संदिग्ध हालातो में मौत हो गयी जिस पर यह शव दुबई में लावारिश हालातो में वहा प?ा था और इस संदर्भ में ग्वालियर के रिस्तेदारो ने जब मामले की जानकारी शिवपुरी में मंगलम संस्था अध्यक्ष राकेश गुप्ता को बताई तो इस व्यथा से वह इतने व्यथित हुए कि वह अपने रिश्तेदार स्वण्कपिल गर्ग का लावारिस शव भारत लाकर ही रहेंगे जिस पर उन्होंने पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी अपने मार्गदर्शक सर्वमान्य नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया को दी और बताया तो मामले में तनिक भी देरी किये बगैर श्री सिंधिया ने भारत के विदेश मंत्री से संपर्क किया और सहयोग की अपेक्षा व्यक्त कीए जिसका परिणाम यह हुआ कि मृत स्वण् कपिल गर्ग का शव जो कि दुबई में लावारिस अवस्था मे पडा था वह शव अपने परिजनो को अंतिम दर्शन देने के लिए श्रीमंत के प्रयासों से भारत लाया गया और बुधवार की सुबह शव परिजनो को सुपुर्द किया गया

 जहां ग्वालियर मुक्तिधाम में वैदिक रीति रिवाजों के साथ स्वण् कपिल गर्ग का अंतिम संस्कार परिजनों और रिस्तेदारों की मौजूदगी में किया गया। इस शोककुक माहौल में गर्ग परिवार में एक ओर जहां जेवे मंगलम संस्था अध्यक्ष राकेस गुप्ता का आभार माना तो साथ ही जनप्रिय और कठिन हालातो में सदैव जनसेवा के लिए समर्पित रहने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीमन्त ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रयासों को भी आभार और उपकार माना कि इन कोरोना के कठिन हालातो में भी वह अपने परिजन की मृत्यु पर अंतिम दर्शन कर सके और क्रियाकर्म विधि भी हिंदू वैदिक रिवाज के साथ संपन्न कर पाए।

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