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Shishukunj

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Thursday, August 6, 2020

स्तनपान को बढ़ावा देने ग्राम चिटोरी खुर्द में 15 किशोरी बालिकाओं को शिशु मित्र बनाया

स्तनपान को प्रोत्साहित करने में पुरुषों की केवल भूमिका ही नही उनका कर्तव्य भी होना चाहिए- प्रमोद गोयल 

विश्व स्तनपान सप्ताह के चैथे दिन सहजन के 100 पौधे गर्भवती,धात्री व किशोरियों को वितरित किये

शिवपुरी । विश्व सप्ताह स्तनपान के चैथे दिन स्वयं सेवी संस्था शक्तिशाली महिला संगठन , महिला बाल विकास विभाग एवं बिट्रानिया न्यूट्रीशन फाण्डेशन द्वारा संयुक्त रुप से आदिवासी बाहुल्य ग्राम चिटोरीखुर्द के स्कूल परिसर में सोसल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल ने बताया कि आज संस्था द्वारा स्तनपान सप्ताह के अवसर पर और विशेष तौर से किशोरी बालिकाओं को शिशु मित्र बनाया तथा सहजने के 100 पौधे गर्भवती, धात्री तथा किशोरी बालिकाओं के लिए निशुल्क वितरित किये क्योकि हमारे जिले व गांव के अधिकत्तर गर्भवती व किशोरी खून की कमी से ग्रसित हैं चूंकि सहजन में सवसे अधिक आयरन , कैल्शियम , प्रोटीन सहित अनेक पोषक तत्व होते है इसके साथ बच्चों को दूध पिलाने वाली महिलाओं को सहजन के फूल का सेवन करने से दूध अधिक मात्रा में बनता है जो कि शिशु के लिए अमृत हैं इसीलिए इसे रामबाण भी कहा जाता है इसके साथ कोरोना संक्रमण में अगर महिलाओं को अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना है तो सहजन का प्रयोग करें। 

 कार्यक्रम में प्रमोद गोयल ने गर्भवती धात्री व किशोरी बालिकाओं से कहा कि स्तनपान को प्रोत्साहित करने में पुरुषों की केवल भूमिका ही नही बल्कि उनका  कर्तव्य भी होना चाहिए प्रायः यह देखने में आता है कि पुरुष  इस कार्य में बहुत कम सहयोग करते है गांव के पुरुषों से जब बात की गई तो उन्होने यह स्वीकारा कि हमकों यह लगता था कि यह सिर्फ और सिर्फ महिलाओं का काम है। कार्यकम में शिशु मित्र बनी सोनम शर्मा सभी साथियों से कहा कि  हम सब मिलकर किसी भी शिशु को इस जीवन रक्षक बूंद से बंचित नही रहने देगीं ।

 सुपोषण सखी इग्लिश आदिवासी व भूरी आदिवासाी ने स्तनपान सप्ताह के चैथे दिन स्कूल में शिशु मित्रों कोे अधिक से अधिक गर्भवती व धात्री महिलाओं को जागरुक करने के लिए एक सकंल्प कराया कि हम सभी शिशु मित्र यह संकल्प लेते है कि अपने आसपास कोई भी जच्चा दिखती है तो उसको जन्म के तुरन्त बाद स्तनपान , 6 माह तक केवल स्तनपान पानी भी नही एवं 6 माह के बाद स्तनपान के साथ साथ पूरक आहार के लिए प्रेरित करेगें और अपने घर में भी स्तनपान के फायदे के बारे में गर्भवती एवं धात्री माताओं को बताएगें और स्तनपान का बढ़ावा देने वाले पोस्टर के माध्यम से स्तनपान कराने का सही तरीके एवं तकनीकि से हमको अवगत कराया है वह हम और अधिक से अधिक शिशु मित्रों को सिखाएगें जिससे कि हमारे गांव में स्तनपान के प्रतिशत में बढ़ोत्तरी हो।

 इसके बाद कार्यकम में उपस्थित सुपोषण सखियों ने गर्भवती माताओ के घर जाकर उनके घर पोस्टर लगाए एवं माताओ को स्तनपान का महत्व बताया । कार्यक्रम में सभी किशोरी बालिकाऐ जो कि शिशु मित्र बनी उनको एक एक केप वितरित किए एवं तीन शिशु मित्रों को स्तनपान के विषय में सही उत्तर देने पर उपहार देकर सम्मानित किया । कार्यकम में दो जागरुक व स्तनपान से संबधित सही व्यवहार अपनाने वाली महिलाओं को प्रमोद गोयल ने साड़ी देकर उनका हौसला बढ़ाया। 

 कार्यक्रम में गर्भवती अंगूरी आदिवासी व किशोरी बालिका कल्लो आदिवासी सहजन के पांच पांच पौधे लेकर बहुत खुश हुयी और उन्होने कहा कि हम सहजन के पौधे को लगाकर व इसको बड़ा करके इससे खून की कमी को दूर भगाएगें ।  इस कार्यक्रम में गर्भवती, धात्री, किशोरी बालिकाए, शिशु मित्र ,शक्तिशाली महिला संगठन के रवि गोयल ,प्रमोद गोयल और उनकी पूरी टीम , आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती गीता शर्मा सहायिका मुन्नी आदिवासी, सुपोषण सखी भूरी आदिवासी , सन्ता आदिवासी व इंगलिस अािदवासी ने सक्रिय रुप से भाग लिया।

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