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Saturday, October 9, 2021

महाराजा अग्रसेन जयंती पर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज होना समाज बर्दाश्त नहीं करेगा : अग्रवाल समाज


पुलिस में चल समारोह पंजीबद्ध होने को लेकर रोष व्याप्त, पंजीबद्ध प्रकरण निरस्त नहीं हुआ तो समाज करेगा विरोध प्रदर्शन

शिवपुरी- अग्रवाल समाज एक प्रबुद्ध समाज है जिसने सदैव समाज की गरिमा को बनाए रखा है बाबजूद इसके यदि समाज पर अनावश्यक रूप से दबाब बनाकर उसे पुलिस प्राथमिकी के रूप में शामिल किया जाएगा तो यह अग्रवाल समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। हम यह बात इसलिए कह रहे है कि अग्रवाल समाज के द्वारा कोरोना गाईड लाईन का पालन करते हुए  महाराजा अग्रसेन जयंती पर चल समारोह निकाला गया था बाबजूद इसके इस चल समारोह में शासन के नियम निर्देशों का पालन भी था फिर भी समाज के जिम्मेदार लोगों पर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज किये जाने से समाज में रोष व्याप्त है। 

अग्रवाल समाज पुलिस-प्रशासन से यह मांग करता है कि समाज के जिम्मेदारी लोगों पर दर्ज प्रकरण के मामले को तुरंत निरस्त किया जावे अन्यथा समाज इस घटना के विरोध में आगामी दिवसों में अपना विभिन्न चरणों में धरना, प्रदर्शन व आन्दोलन करने को बाध्य होगा जो कि पहले जिला मुख्यालय पर तत्पश्चात जिले व प्रदेश स्तर पर भी यह विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उक्त बात कही अग्रवाल समाज के अध्यक्ष गौरव सिंघल व महाराजा अग्रसेन जयंती महोत्सव के प्रधान संयोजक राकेश गर्ग टिल्लू ने जो स्थानीय अग्रवाल धर्मशाला में समाजजनों पर पुलिस में दर्ज प्राथमिकी को लेकर अपना रोष प्रकट कर रहे थे। इस अवसर पर समाज के वरिष्ठजन जितेन्द्र जैन गोटू, अजीत अग्रवाल ठेईया, संदीप गुप्ता, सुदर्शन प्रधान, गणेश गुप्ता, सहित अन्य समाजजन मौजूद रहे।

प्रकरण निरस्त नहीं हुआ तो होगा अलग-अलग चरणों में आन्दोलन
अग्रवाल समाज के द्वारा आयोजित प्रेसवार्ता में पुलिस में दर्ज प्राथमिकी को लेकर प्रमुख मांगे रखी गई जिसमें समाज के द्वारा मांग की गई है कि सर्वप्रथम पुलिस प्रशासन समाज के जिम्मेदार लोगों पर दर्ज प्रकरण को तुरंत निरस्त करें। यदि पुलिस प्रशसान के द्वारा ऐसा नहीं किया जाता है तो समाज के द्वारा अग्रवाल समाज के व्यापारीगण अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बंद इस घटना का विरोध करेंगें, इसके बाद मण्डी प्रांगण में व्यापारी कोई भी खरीद नहीं करेंगें, समाज का वर्ग जो शासन की सेवा में कार्यरत है वह शासकीय सेवक के रूप में अवकाश लेकर छुट्टी पर होंगें और इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगें। इसके अलावा यदि इसके बाद भी जिला प्रशासन के द्वारा समाज की प्रमुख मांग पर गौर नहीं किया गया तो समाज के विशाल धरना, प्रदर्शन व आन्दोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा।

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