शिवपुरी-कोटा फोरलाईन स्थित खरई, तेंदुआ के श्रीपंचमुखी हनुमानजी मंदिर पर प्रतिवर्ष की भांति श्री मद्भागवत कथा का आयोजन शुरू हुआ। परमहंस वृम्हलीन श्री श्री 1008दर्शनदास जी महाराज के आशीर्वाद से एवं महंत श्री पुजारी महेश दास त्यागी जी महाराज के संरक्षण मैंएकथा केआयोजन की शुरूआत हुई, जो 8 दिसंबर से14 दिसंबर तक चलेगी।
कथा व्यास वालयोगी पं वासुदेव नंदिनी भार्गव अपनी मधुर वाणी से संगीत मय कथा का वाचन करैंगी। कलश यात्रा के वाद पृथम दिवस की कथा वाचन में श्रीमद्भागवत कथा के महत्म से परिचय कराया गया। कथावाचक नंदिनी भार्गव ने कहा कि श्रीमद्भागवत वृंम्हा विद्या का विज्ञान है यह व्यक्ति को भावमय जीवन की ओर ले जाकर परमात्मा का चिंतन कराता हुआ, परमात्मा की प्राप्ति सहज रूप से करा देता है, यही भागवत शाष्त्र की विशेषता है। श्रीमद्भागवत ज्ञानदीप है, श्रीमद्भागवत भगवान की शव्द मूर्ति है, जिसके सेवन से जीव के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं।
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