---------------------------------News Website By 𝐑𝐚𝐣𝐮 𝐘𝐚𝐝𝐚𝐯--------------------------------

𝙎𝙝𝙞𝙫𝙥𝙪𝙧𝙞 𝙆𝙝𝙖𝙗𝙖𝙧

Tuesday, March 22, 2022

शिष्यावृत्ति के नाम पर रिश्वत मांगने वाले आदिम जाति विभाग के संयोजक व बाबू को रिश्वते लेते लोकायुक्त ने दबोचा


मिलता था नियमित 10 प्रतिशत कमीशन, बाबजूद इसके कमीशन बढ़ाने व अवैध वसूली का हुए शिकार

शिवपुरी। जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेेट परिसर में मंगलवार को हो रही जनसुनवाई में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब जनता की सुनवाई के बीच लोकायुक्त पुलिस के द्वारा एकाएक आदिम जाति कल्याण विभाग संयोजक आर एस परिहार व बाबू अवधेश शर्मा को लोकायुक्त पुलिस ने 80 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। हालांकि इस दौरान संयोजक आर.एस.परिहार के हाथों में रिश्वत के रूप में रंगे हाथ तो नजर नहीं आए लेकिन शिकायत के आधार पर संयोजक व बाबू को आरोपी मानकर लोकायुक्त पुलिस ने  उन्हें धर दबोचा। 

बताया गया कि यहां संयोजक व बाबू एक छात्रावास अधीक्षक से छात्रवृत्ति के लिए आने वाले रूपयों में से 20प्रतिशत कमीशन अलग से 20 हजार रूपये कुल 01 लाख की रिश्वत मांग रहे थे जिसकी शिकायत संबंधित छात्रावास अधीक्षक ने लोकायुक्त पुलिस को की, इस शिकायत के बाद लोकायुक्त पुलिस ने कार्यवाही करते हुए संयोजक आर एस परिहार व बाबू अवधेश शर्मा को पकड़ा है।

जानकारी के अनुसार पोहरी में छात्रावास अधीक्षक हेमराज सहरिया ने लोकायुक्त में शिकायत की थी कि छात्रावास में हर महीने छात्रों की छात्रवृत्ति जिसे शिष्यावृत्ति कहा जाता है वह आती है, यह छात्रवृत्ति प्रत्येक विद्यार्थी के हिसाब से 1380 रूपये की राशि के रूप में प्राप्त होती है। इस बार जो बजट आया वह करीबन राशि 400000 का था जिसे लेकर बार-बार आदिम जाति कल्याण विभाग के संयोजक आर.एस.परिहार व बाबू अवधेश शर्मा द्वारा 20प्रतिशत कमीशन मांगा जा रहा था जबकि पूर्व से ही इन्हें बतौर कमीशन 10 प्रतिशत दिया जा रहा था लेकिन एकाएक 20 प्रतिशत कमीशन और अलग से 20 हजार रूपये की मांग संयोजक व बाबू के द्वारा छात्रावास अधीक्षक हेमराम सहरिया से की जा रही थी 

ऐसे में इतनी राशि देने में असमर्थ जताते हुए हेमराम ने अपने साथ होने वाले इस घटनाक्रम की जानकारी एक रिश्तेदार को बताई जिस पर रिश्तेदार ने हेमराज को लोकायुक्त में लिखित शिकायत का सुझाव दिया। इस तरह हेमराज सहरिया ने अपने साथ होने वाले इस दबाब व अवैध वसूली को लेकर लोकायुक्त पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी यहां मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में हो रही जनसुनवाई में एकाएक लोकायुक्त पुलिस आई और लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में कार्यवाही करते हुए आदिम जाति कल्याण विभाग के संयोजक आर.एस.परिहार व बाबू अवधेश शर्मा को रिश्वत के रुपयों के साथ पकड़ा है। वहीं लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि बाबू अवधेश शर्मा संयोजक आर एस परिहार दोनों के द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी इसलिए मामले में दोनों ही आरोपित हैं सो कार्यवाही की गई।

कलेक्ट्रेट जनसुनवाई में की गई कार्यवाही पर उठे सवाल, नहीं रंगे हाथ
मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में जब प्रशासकीय दृष्टि से आदिम जाति कल्याण विभाग के संयोजक आर.एस.परिहार मौजूद थे लेकिन तभी यहां कलेक्ट्रेट जनसुनवाई में ही अधिकारी को रिश्वत के रूप में पकडऩे की कार्यवाही लोकायुक्त पुलिस के द्वारा की गई तो वहीं मौके पर ही जब संयोजक आरएस परिहार के हाथों को रिश्वत के रूप में हाथों को पानी में डुबोया तो उनके हाथ में रंग नहीं आया साथ ही उनके पास से रिश्वत की रकम भी बरामद नहीं की गई। ऐसे में इस तरह की गई कार्यवाही पर भी सवाल उठने लगे।

इनका कहना है-
आदिम जाति कल्याण विभाग संयोजक आरएस परिहार व बाबू अवधेश शर्मा के द्वारा 20 प्रतिशत कमीशन सहित कुल 1 लाख रूपये की मांग छात्रावास अधीक्षक हेमराज सहरिया से की जा रही थी जिस पर की गई शिकायत पर लोकायुक्त कार्यवाही में संयोजक व बाबू को 80 हजार रूपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है।
बृजमोहन नरवरिया
टीआई, लोकायुक्त पुलिस, ग्वालियर

No comments: