Responsive Ads Here

Shishukunj

Shishukunj

Tuesday, September 5, 2023

भागवत कथा श्री कृष्ण का स्वरुप हैं : बृजभूषण महाराज



शिवपुरी-
शहर में प्राचीन मंदिर परिसर राजेश्वरी के दरबार में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर आचार्य बृजभूषण महाराज ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा कोई किताब नहीं है बल्कि साक्षात भगवान श्री कृष्ण का स्वरूप है जिसके घर पर भागवत आ जाती हैं उनके घर पर साक्षात भगवान ही आ गए हैं ऐसा मनुष्य को समझना चाहिए क्योंकि जिस समय भगवान श्री कृष्ण लीला पूर्ण करके अपने धाम के लिए जा रहे थे उसी समय उद्धव जी के प्रार्थना करने पर भगवान स्वयं भागवत के रूप में प्रकट हो गए 

आचार्य जी ने कथा के प्रसंग में बताया कि श्रीमद् भागवत की कलश यात्रा जहां भी निकले मनुष्य को खड़े होकर के जरूर प्रणाम कर लेना चाहिए अगर वह ऐसा नहीं करता है तो भागवत कथा उसके समस्त पुण्य कर्मों को छीन कर के ले जाती है आचार्य जी ने कथा के प्रसंग में बताया कि भगवान के अभी तक( 23 तेवीस) अवतार हो चुके हैं और भगवान के जो 23(तैवीस) अवतार हैं वह उन्होंने भक्तों पर संकट आया उसी समय पर अवतरित हुए हैं भगवान जो भी अवतार लेते हैं उसके पीछे बहुत बड़ा रहस्य होता है और जब-जब भक्तों पर कष्ट आता है और संकट पढ़ते हैं तो भगवान किसी न किसी रूप में आकर के भक्तों की रक्षा करते हैं 

आचार्य जी ने कथा के प्रसंग में परीक्षित को जिस प्रकार श्राप लगा उस कथा का वर्णन सुनाया और कहा कि मनुष्य को चाहिए कि कभी भी ब्राह्मण का अपमान ना करें ब्राह्मणों का अपमान स्वयं भगवान का अपमान माना जाता है परीक्षित महात्मा जी के गले में मरा हुआ सर्प डाला उसके फल स्वरुप उनको श्राप मिला इसलिए सदैव ही संतों का एवं ब्राह्मणों का सम्मान करना चाहिए इस कथा का आयोजन राजेश्वरी मित्र मंडल द्वारा करवाया जा रहा है एवं यह कथा 10 सितंबर तक आयोजित की जाएगी कथा का समय दोपहर 2:00 बजे से श्याम 6:00 बजे तक रखा गया है

No comments:

Post a Comment