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Monday, December 23, 2024

शिवपुरी के क्रिकेटर समी खान ने इंटरनेशनल खिलाडिय़ों के बीच खेला मैच


उभरते खिलाडिय़ों के लिए लिया मार्गदर्शन


शिवपुरी-बीते रोज गुजरात के सूरत शहर में आयोजित बिग क्रिकेट लीग मुकाबले में इंटरनेशनल खिलाडिय़ों के बीच शिवपुरी के क्रिकेटर समी खान को भी स्थान मिला और यूपी ब्रज स्ट्राईकर की ओर से खेलते हुए 5 में से 3 मैचों में स्थान हासिल किया जिसमें आखिरी के मैच में वह 22 रनों के साथ नाबाद खिलाड़ी रहे। इस दौरान क्रिकेटर समी खान ने बताया कि शिवपुरी के उभरते हुए खिलाडिय़ों के लिए निश्चित रूप से बिग बी क्रिकेट लीग मुकाबले में बहुत कुछ सीखने को मिला और देखा कि  किस प्रकार से खेल को अनुशासन रूप से खेलना चाहिए, साथ ही कई सारी तकनीकियां अपनाते हुए नए उभरते हुए क्रिकेट खिलाड़ी अपना उज्जवल भविष्य इस क्रिकेट में संवार सकते है।

क्रिकेटर समी खान ने बिग बी क्रिकेट लीग के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 14 से 21 दिसम्बर तक सूरत गुजरात में बिग क्रिकेट लीग का आयोजन किया गया जिसमें छ: टीमें बनाई गई, इसमें इंटरनेशनल खिलाडिय़ों की आधा दर्जन टीमों के बीच यह क्रिकेट के मुकाबले खेले गए जिसमें एक देहली टीम के कप्तान अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर शिखर धवन के साथ अफगानिस्तान टीम से अफगान सनवारी, श्रीलंका से गुरसिंघे, मुम्बई मरीन टीम में इरफान पठान, एम पी टाईगर के कप्तान युसूफ पठान, साउथ अफ्रीका से हर्षल ग्ब्सि, इंग्लैंड से पीटर टियागो, उप्र बृज स्ट्राईकर में इंडिया प्लेयर ईश्वर पाण्डे, साउथ अफ्रीका के इमरान ताहिर ने कप्तानी की, इसमें इंटरनेशनल क्रिकेट खिलाड़ी हेल्मिेंटन मस्कांजा, ड्रायन ब्राबो रहे जिनके साथ शिवपुरी के समी खान को भी खेलने का अवसर मिला, 

इसके अलावा टीम सूरज स्ट्राईकर के श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान कप्तान रहे, इसमें नमन ओझा रहे एवं टीम गुजरात बैरियर के कप्तान सुरेश रैना रहे जिसमें अजंता मेंडिस व इंग्लैंड विकेटकीपर एवं भारत के ही टी-20 खिलाड़ी स्टुअर्ट विन्नी भी टीम में शामिल रहे। इस पूरे आयोजन में शिवपुरी की प्रतिभा के रूप में यूपी ब्रज स्ट्राईकर की ओर से क्रिकेटर समी खान को साथ में खेलने का अवसर मिला, जिन्होंने 5 में से 3 मैचों में खेलने का अवसर मिला और आखिरी मैच में वह 22 रनों पर नोटआउट नाबाद रहे। प्रतियोगिता में मुख्य खिताबी मुकाबला मुम्बई मरीन विजेता रही जबकि सुरेश रैना की टीम उपविजेता रही। इस प्रतियोगिता में यह सीखने को मिला कि 46 वर्ष की उम्र में क्रिकेट का अनुभव प्राप्त कर नए युवा खिलाड़ीयों के लिए नए रास्ते है।

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