शिवपुरी-इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी के व्यापारी प्रकोष्ठ जिला शिवपुरी के जिला संयोजक एवं चेम्बर ऑफ कॉमर्स शिवपुरी के सहसचिव तरूण अग्रवाल ने बताया कि वित्त वर्ष 2025-26 के लिये केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन द्वारा पेश किया गया बजट बहुत ही सराहनीय है जिसके द्वारा सम्पूर्ण देश के विकास का ढांचा रेखांकित किया गया है। ऐतिहासिक रूप से इस बजट में यह घोषणा की गई है कि आगामी वित्त वर्ष 2025-26 से आयकर की छूट सीमा 12 लाख रूपये कर दी गई है। 12 लाख रूपये तक आमदनी होने पर किसी प्रकार का कोई आयकर नहीं देना होगा। ऐसी छूट पहली बार दी गई है। इस बजट के द्वारा एम.एस.एम.ई. उद्योगों को विशिष्ट रियायत दिये जाने की व्यवस्था की गई है जिसके फलस्वरूप देश में मध्यम एवं छोटे उद्योगों का विकास तीव्र गति से होगा। एम.एस.एम.ई. को पहले जो लोन 5 करोड़ रूपये तक का था उसे बढ़ाकर 10 करोड़ रू. की सीमा कर दी गई है। व्यापारिक क्षेत्र में प्राप्त होने वाले किराये पर पहले 2,40,000/-रू. पर टीडीएस काटना अनिवार्य था जिसकी सीमा बढ़ाकर अब 6,00,000/-रू. कर दी गई है। पर्यटन के क्षेत्र में 50 पर्यटन स्थलों का विकास किया जायेगा तथा उड़ान योजना के माध्यम से 120 शहरों को हवाई यातायात से जोड़ा जायेगा।
शिवपुरी-इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी के व्यापारी प्रकोष्ठ जिला शिवपुरी के जिला संयोजक एवं चेम्बर ऑफ कॉमर्स शिवपुरी के सहसचिव तरूण अग्रवाल ने बताया कि वित्त वर्ष 2025-26 के लिये केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन द्वारा पेश किया गया बजट बहुत ही सराहनीय है जिसके द्वारा सम्पूर्ण देश के विकास का ढांचा रेखांकित किया गया है। ऐतिहासिक रूप से इस बजट में यह घोषणा की गई है कि आगामी वित्त वर्ष 2025-26 से आयकर की छूट सीमा 12 लाख रूपये कर दी गई है। 12 लाख रूपये तक आमदनी होने पर किसी प्रकार का कोई आयकर नहीं देना होगा। ऐसी छूट पहली बार दी गई है। इस बजट के द्वारा एम.एस.एम.ई. उद्योगों को विशिष्ट रियायत दिये जाने की व्यवस्था की गई है जिसके फलस्वरूप देश में मध्यम एवं छोटे उद्योगों का विकास तीव्र गति से होगा। एम.एस.एम.ई. को पहले जो लोन 5 करोड़ रूपये तक का था उसे बढ़ाकर 10 करोड़ रू. की सीमा कर दी गई है। व्यापारिक क्षेत्र में प्राप्त होने वाले किराये पर पहले 2,40,000/-रू. पर टीडीएस काटना अनिवार्य था जिसकी सीमा बढ़ाकर अब 6,00,000/-रू. कर दी गई है। पर्यटन के क्षेत्र में 50 पर्यटन स्थलों का विकास किया जायेगा तथा उड़ान योजना के माध्यम से 120 शहरों को हवाई यातायात से जोड़ा जायेगा।
No comments:
Post a Comment