महा आयोजन के मुख्य अतिथि हनुमान जी महाराजशिवपुरी। कहते हैं जब मन में श्रद्धा और भाव पवित्र हो तो चाहे आप कार्य की तैयारी करें या ना करें फिर भी आपका कार्य विश्व कीर्तिमान बन जाये तो कोई अचरज की बात नहीं हैं, ऐसा ही एक और आश्चर्य अखिल भारतीय जानकी सेना संगठन ने कर दिखाया है जब संगठन द्वारा तीसरी बार सुंदरकांड के क्षेत्र में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया है।
अखिल भारतीय जानकी सेना संगठन के आव्हान पर बैराड इकाई के तत्वाधान में गत दिवस बैराढ़ में विश्व शांति ध्वज सुंदरकांड आयोजन संपन्न हुआ जिसकी एक निर्धारित पोशाक रखी गई थी, जिसमें पुरुषों की सफेद कुर्ता पजामा एवं लाल पगड़ी, और महिलाओं की लाल साड़ी की पोशाक एवं हर सदस्य के हाथ में शांति का प्रतीक पीला ध्वज दिया गया और सुंदरकांड का नाम रखा, विश्व शांति ध्वज सुंदरकांड जिसमें शामिल हुए 5300 सदस्यों ने एक साथ एक स्थान पर हाथ में ध्वज लेकर सुंदरकांड का पाठ किया जिसे मुंबई से आई ह्ररूत्र बुक ऑफ रिकॉर्ड की टीम ने देखा और वल्र्ड रिकॉर्ड सुंदरकांड का प्रमाण पत्र दिया। यह महा आयोजन हर एक भारतीय और समस्त जानकी सैनिकों के लिए गौरव और गर्व का अवसर रहा। ऐतिहासिक महा आयोजन में उप्र के बल्लभगढ़ से पधारे जगद्गुरु विष्णु स्वामी, उज्जैन से अखाड़ा परिषद अध्यक्ष डॉ रामेश्वर दास, वृंदावन से महामंडलेश्वर स्वामी नीलमणि दास, अयोध्या धाम से विनयानन्द महाराज, विश्व आध्यात्म संस्थापक डॉ रघुवीर गौर, संगठन के राष्ट्रीय विस्तारक महामंडलेश्वर पुरुषोत्तम दास सहित एक सैकड़ा साधु संत शामिल हुए।
जानकी सेना दो बार पहले भी रच चुकी हैं इतिहास
अखिल भारतीय जानकी सेना संगठन ने धार्मिक और सामाजिक क्षेत्र में सदैव अग्रणी भूमिका निभाई है, बैराड़ महा आयोजन से पहले भी दो बार संगठन वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुका है, इससे पूर्व वर्ष 2022 में 31 हजार लोगों के साथ विश्व कीर्तिमान सुंदरकांड पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड बना एवं दूसरा वर्ल्ड रिकॉर्ड 2023 में पांच हजार पति पत्नियों का चौकी सुंदरकांड हुआ।। बैराड में हुए इस भव्य दिव्य महा आयोजन में 5000 से अधिक लोगों ने हाथ में जीएसएस का ध्वज लेकर सुंदरकांड पाठ किया जो ऐतिहासिक होकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना है।
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