शिवपुरी-गुरु गोरखनाथ के प्रसिद्ध वचन हसीबा खेलवा धरीवा ध्यानम के आधार पर जिले में आनापान सती ध्यान शिविर के आयोजन की श्रृंखला के अंतर्गत गत दिवस श्रीमंत माधवराव सिंधिया खेल परिसर में हेल्दी माइंड हेल्दी बॉडी आनंदम अभियान के तहत आनापान सती ध्यान यानी मन की सुयोग्य सजगता का अभ्यास माइंड इन ट्रेंनिंग फॉर राइट अवेयरनेस शिविर का आयोजन हुआ। जिसमें 27 विद्यार्थियों का पंजीयन एवं स्वल्पाहार के बाद शिविर की अनुशासन संहिता से परिचय कराया गया। स्वयं की सहज स्वाभाविक सांस के माध्यम से अपने मन को शांत और सशक्त करने का अभ्यास कराया गया।
शारीरिक गतिविधियों के तहत सक्रिय ध्यान नो माइंड मेडिटेशन के सिक्स स्टेप का अभ्यास कराया गया। हथेली और उंगलियों के माध्यम से वर्षा का काल्पनिक अनुभव की रोचक गतिविधि कराई गई। स्वयं की क्षमता मापन की 30 सेकंड में तालिया बजाने की गतिविधि कराई गई, जिसका विद्यार्थियों ने भरपूर आनंद लिया। निकोलस टेस्ला के जीवन की कहानी सुनाकर किसी भी कार्य में अभ्यास की निरंतरता ही सफलता की कुंजी है। बच्चों में प्रेरणा दी। ध्यान के अभ्यास से पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ती है,समझने की शक्ति बढ़ती है। सजगता बढ़ती है। भय और चिंता कम होती हैं। आत्मविश्वास बढ़ता है। समापन पर पंचशीलों की शिक्षा दी गई और प्रतिदिन सुबह-शाम 10 मिनट के लिए ध्यान करने के लिए निर्देशित किया गया। फीडबैक फॉर्म भरवाए गए। समस्त कार्यक्रम के लिए जिला खेल अधिकारी डॉ.कृष्णकांत खरे, योगा टीचर सपना शर्मा एवं मित्र उपक्रम टीम का सराहनीय सहयोग रहा।
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