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Saturday, August 9, 2025

जानकी सेना की अनूठी पहल, ब्रह्म मुहूर्त में प्रात: चार बजे किया विश्व शांति सुंदरकांड पाठ




सैकड़ो की संख्या में मौजूद रहे पुरुष एवं महिला जानकी सैनिक

शिवपुरी। पिछले 11 वर्षों से लगातार सुंदरकांड के क्षेत्र में नए-नए आयाम स्थापित करते अखिल भारतीय जानकी सेना संगठन द्वारा इस बार फिर एक अनूठी पहल की गई है जिसमें उन्होंने ब्रह्म मुहूर्त में 4 बजे सुंदरकांड पाठ प्रारंभ किया जो सुबह 6:30 बजे तक चला। इस सुंदरकांड की खास बात यह रही कि इसकी तैयारी के लिए रात भर जानकी सैनिकों ने पूरे मनोयोग से तैयारी की और ब्रह्म मुहूर्त में ठीक 4 बजे सुंदरकांड का पाठ प्रारंभ कर दिया।

जानकारी देते हुए अभा जानकी सेना संगठन के महासचिव नरेशप्रताप ङ्क्षसह (बॉबीराजा) ने बताया कि रक्षाबंधन के पावन अवसर पर विश्व शांति सुन्दरकाण्ड पाठ का भव्य आयोजन प्रात: बेला में स्थानीय व्ही.आर.भवन परिसर में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सिंह रावत की मौजूदगी में समस्त जानकी सैनिक साथियों के द्वारा किया गया। इस अवसर पर सुंदरकांड के दौरान यहां पर सुंदरकांड पाठ करने वालों के सामने चौकिया बिछाई गई थी जिन पर शुद्ध घी के दीपक जलाकर हनुमान जी महाराज का आह्वान किया गया था। इस सुंदरकांड में सैकड़ो की संख्या में महिला इकाई सदस्य एवं पुरुष जानकी सैनिक उपस्थित रहे जिन्होंने इस अनूठे सुंदरकांड में सहभागिता निभाते हुए इस संकल्प के साक्षी बने, इस सुंदरकांड के दौरान एकदम ऐसा लगा मानो रात्रि कल में सुंदरकांड प्रारंभ हुआ हो और सुंदरकांड समापन होते-होते सुबह की पहली पहर लग चुकी थी यानी उजाला हो चुका था। इस अनूठे और अनोखे सुंदरकांड पाठ का आयोजन की आयोजक श्रीमती रक्षा सिंह रावत रही, जो महिला इकाई संरक्षक होकर राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सिंह रावत की धर्मपत्नी है।

ब्रह्म मूहूर्त में सुंदरकाण्ड पाठ होना अति उत्तम समय : महामण्डलेश्वर पुरूषोत्तमदास जी महाराज
इस दौरान ब्रह्म मुहूर्त में सुंदरकांड का महत्व समझाते हुए संगठन के राष्ट्रीय विस्तारक महामंडलेश्वर पुरुषोत्तम दास जी महाराज ने बताया कि यह अति उत्तम समय होता है जब हम प्रभु की आराधना करते हैं तो हमारी प्रार्थना प्रथम पंक्ति में ही सुन ली जाती है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सिंह रावत ने कहा कि हमारे द्वारा यह अनोखी पहल की गई है लेकिन सभी जानकी सैनिकों का ऐसा मानना है कि इस तरह का सुंदरकांड समय-समय पर होते रहना चाहिए, जिससे लोगों में उत्सुकता रहे जिस पर हमारी सलाहकार समिति द्वारा विचार विमर्श किया जाएगा, आगे की रूपरेखा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमारा आगामी दिनों में सुंदरकांड जल्द ही नेपाल के जानकी महल में कराये जाने की तैयारी चल रही है।

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