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𝙎𝙝𝙞𝙫𝙥𝙪𝙧𝙞 𝙆𝙝𝙖𝙗𝙖𝙧

Friday, May 1, 2020

ऑनलाइन कवि सम्मेलन पत्रकारों को समर्पित, कवियो ने पत्रकारों को बताया कोरोना वॉरियर्स


कोरोना हारेगा भारत मुस्कुराएगा: मोलवा

शिवपुरी-कोरोना के संक्रमण काल मे भी अपनी जिम्मेदारी का पालन करते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर निरन्तर खबरों को आम जन तक पहुचाने वाले कोरोना वॉरियर्स पत्रकारों को समर्पित कवि सम्मेलन सैंतीस वे दिन ऑनलाइन कवि सम्मेलन रहा। जिसमे मुख्य कवि ओज के शसक्त हस्ताक्षर देश के मुकेश मोलवा इंदौर रहे। सर्वप्रथम कार्यक्रम के संयोजक व संचालक आशुतोष ओज ने कार्यक्रम की भूमिका व अतिथि कवियो का परिचय प्रस्तुत किया तत्पश्चात सरस्वती वंदना अपूर्वा श्रीवास्तव ने प्रस्तुत की।
मुख्य कवि मुकेश मोलवा ने अपनी कविता प्रस्तुत करते हुए कोरोना काल और उसमे पत्रकारों की भूमिका रखते हुए कहा कि
योद्धाओं की फौज खड़ी हुई है, बहने भी रणचंडी सी अड़ी हुई है,
वीर सिपाही भी दिन रात लगे हुए है, हमारे पत्रकार भी कई महीनों से जगे हुए है।।
कोरोना से लडऩे का संकल्प ओज भरे शब्दो से व्यक्त करते हुए मुकेश जी मोलवा ने कहा कि
संकल्प मेरे भारत का दृढ़ होगा, जंग जीतकर कितने ही आ गए,
कितने ही व्यवस्था काल के काल मे समा गए।
उन वीरों का बलिदान व्यर्थ न जाएगा
कोरोना हारेगा भारत मुस्कुराएगा।।
पत्रकार व कवि पिपरिया जिला होशंगाबाद के हरीश पांडेय ने पत्रकारों को समर्पित पंक्तियों में कहा कि सरकारों की चरण वंदना कभी न मन मे आती है
मुश्किल वक्त घेर के आया लेकिन लिखी सच्चाई है।
भृष्टाचारी के किस्से लाचारों के आंसू देखे,
हित को परे रखा हमने फिर अपनी कलम चलाई है।।
इसी तरह कवियित्री सरिता सरोज नागपुर ने
जो समाज के सुख दुख का रखते हर पल ध्यान।
पत्रकारिता है नेत्र तीसरा देखते हर तूफान,
राजनीति को राह दिखाती जनता की रखवाली है,
पत्रकार तो पत्रकार है राष्ट्रभक्ति कार्य महान व्यक्त करी।
कलमकारों को सम्मान देते हुए विवेक बरसैन्या झांसी ने-
गम से पिघल रही है कलम पत्रकार की,
दुनिया बदल रही है कलम पत्रकार की,
लंका जलाने जुल्म की भगवान की कसम,
लावा उगल रही है कलम पत्रकार की।। प्रस्तुत की और पत्रकारो के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की
परवीन महमूद पिछोर ने
जान जोखिम में डालकर खबर लाता हुॅुं
तब कही पत्रकार कहलाता हॅंू।
कोई मुझे खरीदने की बात करता है,
कोई धमकी भरे पत्र भी लिखता है
लेकिन में तो अपना फर्ज निभाता हॅँॅ। प्रस्तुत कर सभी को मुग्ध किया।
अंत मे वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद जी भार्गव ने पत्रकारों की और से भाव व्यक्त किये। सभी ने निरंतर सैंतीस  दिन से चल रहे ऑनलाइन कवि सम्मेलन के लिए अखिल भारतीय साहित्य परिषद के जिलाध्यक्ष आशुतोष ओज व पूरी टीम को साधुवाद दिया। कार्यक्रम का आभार रिया माथुर ने व्यक्त किया।

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