संत समाज की रही उपस्थिति, दूर-दूर से आए संत महात्मा
शिवपुरी- परम पूज्यनीय परम श्रधेय परमहंस स्वामी श्रीअडग़ड़ानंद जी महाराज के वरिष्ठ शिष्य परम श्रद्धेय परमहँस सदगुरुदेव भगवान स्वामी श्रीबज्रानंदजी महाराज जी के महापरिनिर्वाण के बाद वरिष्ठ, संत, समाज के सानिध्य में एवं शिवपुरी जिले के धर्मस्थलों केप्रतिनिधि वरिष्ठ संत महात्माओं की उपस्थिति में परमहंस आश्रम विनेगा जिला शिवपुरी पर समाधिस्थ किया गया। सम्पूर्ण कार्यक्रम वरिष्ठ संत परमहंस श्री ब्रह्मचारी महाराज जी एवं परमहंस श्री श्रीराम महाराज जी के निर्देशन में समाधि प्रक्रिया को सम्पन्न किया गया।
इस अवसर पर शिवपुरी के धार्मिक स्थलों के महंत एवं धर्म प्रतिनिधियों के रूप में परमहंस श्री चन्द्रा स्वामी जी महाराज बाणगंगा आश्रम, परमहंस श्री रामसुभावन दास जी महाराज सुप्रसिद्ध चूनाखो आश्रम, श्री परमहंस राजू बाबाजी दोबत्ती आश्रम, परमहंस श्री संतोष बाबाजी बरकुआँ धाम करैरा, श्री 1008 पुरषोत्तम दास जी महाराज तुलसी बड़ेे हनुमान मन्दिर कत्थामिल शिवपुरी, वल्र्ड स्प्रिचुअल मेहेर फाउन्डेशन के बाबा रघुवीर सिंह गौर सहित के संत महात्मा आदि उपस्थित रहे।
वहीं बाहर से पधारे सुप्रसिद्ध संत महात्माओं में परमहँस श्री ब्रह्मचारी महाराज जी चोलापुर जिला वाराणसी, परमहंस श्री श्रीराम महाराज जी कैलाशपुरी परसोना तहसील घोरावल जिला सोनभद्र, परमहंस श्री चिन्तमियानन्द महाराज जी अखनीर सूरजकुण्ड जिला फरीदाबाद, परमहंस श्री अखिलेशानंद जी महाराज छर्रा जिला अलीगढ़, महाराज जी परमहंस आश्रम झारोटी जिला भरतपुर आदि उपस्थित रहे।
विनेगा आश्रम के संत श्री पथरानन्द रविन्द्र बाबाजी सहित आश्रम भक्तों द्वारा महाराज को अंतिम दर्शन हेतु दूध, दही, घी एवं पानी से अभिषेक कर नववस्त्र पहनाकर तैयार किया गया। उसके बाद समस्त भक्तों ने आरती पूजा आदि किया एवं पालकी को भक्तों द्वारा आश्रम परिसर में घुमाया गया। उसके बाद परम पूज्य परमहंस स्वामी बज्रानंद जी महाराज जी के समस्त भक्तों ने अंतिम दर्शन कर पूजन इत्यादि किया। तत्पश्चात महाराज जी की समाधी प्रक्रिया को सम्पन्न किया गया। परमहंस स्वामी वज्रानंद जी महाराज ने योगदर्शन एवं सुधात्रयी जैसी सुप्रसिद्ध पुस्तकों का लेखन भी किया था।
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