बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा करने आए केन्द्रीय मंत्री सिंधिया, आपदा से निपटने प्लान तैयार, तीन फेज में होगा कामशिवपुरी। जो लोग आपदा और चुनौती के वातावरण में राजनीति देखते हैं मैं उन लोगों की टिप्पणी को मान्यता देना अच्छा नहीं समझता। कोरोना फैलने को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाए कि कोरोना इनकी वजह से आया इसके बाद वैक्सीन पर भी प्रश्न उठाए कि इसमें मांस है ये वैक्सीन क्यों दी जा रही है लेकिन बाद में वहीं कांग्रेसी अस्पताल में जाकर वैक्सीन लगवाने गए, लॉकडाउन समाप्त करने पर प्रश्न उठाए व दूसरी लहर में लॉकडाउन लगाने पर प्रश्न उठाए, लेकिन इन सब प्रश्नों का जबाव जनता ने बार-बार कांग्रेस को दिया। उक्त बात कही केन्द्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जो शिवपुरी क्षेत्र के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा करने के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
इस दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, लोक निर्माण विभाग राज्यमंत्री सुरेश रांठखेड़ा, कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी, महामंत्री रणवीर रावत, जिलाध्यक्ष राजू बाथम, अन्य जनप्रतिनिधिगण सहित संभागायुक्त आशीष सक्सेना, आईजी अविनाश शर्मा, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
कोरोना टीकाकरण में भारत ने बनाया है वश्व कीर्तिमान
पत्रकारों से चर्चा करते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि कोरोना महामारी का सामना करके सफलता पूर्वक दूसरी लहर का मुकाबला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संयुक्त भारत की 130 करोड़ जनता ने की है और केवल महामारी का मुकाबला नहीं टीकाकरण अभियान में सफलता हमें मिली है जिसमें 44 करोड़ टीके आज तक देश में लगे हैं जो अपने आप में विश्व में एक कीर्तिमान बन चुका है। विश्व का कोई और देश सफलतापूर्वक इतनी कम समय सीमा में 44 करोड़ टीके इस कोराना का सामना करने में आज तक नहीं लगा पाया। हमारा लक्ष्य यहां तक समाप्त नहीं होता सितंबर के महीने में 1 करोड़ टीके प्रतिदिन लगेंगे। हमारा लक्ष्य है कि जनवरी के माह तक 18 वर्ष तक आयु के हर भारत के नागरिक को टीका सफलतापूर्वक लगाया जाएगा।
बाढ़ आपदा में सेना, प्रशासन, वायुसेना, कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधियों ने दिय पूरा सहयोग
चर्चा में केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि जहां एक तरफ कोरोना से हम लड़ रहे थे वहीं दूसरी तरफ प्राकृतिक प्रकोप 50 वर्षों में हमारे सामने नहीं आया। ऐसा प्रकोप 63-64 में आया था जहां मेरी मां व पिता ने अंचल का दौरा कर लोगों को कंबल बांटे थे। सामान्यतौर पर सूखे का सामना हम लोगों को करना पड़ता है, पिछले 10 दिनों में प्राकृतिक आपदा की चपेट में पूरा संभाग आ गया है। अजीबों.गरीब स्थिति है कि संभाग के 8 जिलों में से पश्चिम भाग श्योपुर, शिवपुरी, गुना में अधिक से अधिक वर्षा हुई जो सामान्य वर्षा होती है उससे अधिक। अभी वर्षा ऋ तु का एक माह बाकी है, 1100 मिमी अभी ती वर्षा हो चुकी है मतलब 40 प्रतिशत अधिक बारिश। जब हम लोगों को मालूम पड़ा कि हमारे बांधों पर उफान आ चुका है और कई वार्ड व गांव पानी में धंस गए हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राजनाथसिंह से बात करके 7 हैलीकॉप्टर रेस्क्यू के लिए भिजवाए लेकिन दो दिन मौसम खराब होने की वजह से उनका सही से इस्तेमाल नहीं हो पाया। इसके बाद एनडीआरएफ व सेना को भेजा जिन्होंने करीब 2 हजार 800 लोगों की जान बचाई लेकिन इसके बाद भी 13 लोगों की जान चली गई। वह सेना, प्रशासन, वासुसेना, कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों का धन्यवाद व्यक्त करना चाहते हैं जिन्होंने इस आपदा के समय अपना पूरा सहयोग दिया। सिंिाया ने कहा कि अभी धीर रखन का समय नहीं है, आज भी मौसम का रेड अलर्ट चल रहा है हम लोगों को सतर्क रहना होगा।
कोरोना टीकाकरण में भारत ने बनाया है वश्व कीर्तिमान
पत्रकारों से चर्चा करते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि कोरोना महामारी का सामना करके सफलता पूर्वक दूसरी लहर का मुकाबला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संयुक्त भारत की 130 करोड़ जनता ने की है और केवल महामारी का मुकाबला नहीं टीकाकरण अभियान में सफलता हमें मिली है जिसमें 44 करोड़ टीके आज तक देश में लगे हैं जो अपने आप में विश्व में एक कीर्तिमान बन चुका है। विश्व का कोई और देश सफलतापूर्वक इतनी कम समय सीमा में 44 करोड़ टीके इस कोराना का सामना करने में आज तक नहीं लगा पाया। हमारा लक्ष्य यहां तक समाप्त नहीं होता सितंबर के महीने में 1 करोड़ टीके प्रतिदिन लगेंगे। हमारा लक्ष्य है कि जनवरी के माह तक 18 वर्ष तक आयु के हर भारत के नागरिक को टीका सफलतापूर्वक लगाया जाएगा।
बाढ़ आपदा में सेना, प्रशासन, वायुसेना, कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधियों ने दिय पूरा सहयोग
चर्चा में केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि जहां एक तरफ कोरोना से हम लड़ रहे थे वहीं दूसरी तरफ प्राकृतिक प्रकोप 50 वर्षों में हमारे सामने नहीं आया। ऐसा प्रकोप 63-64 में आया था जहां मेरी मां व पिता ने अंचल का दौरा कर लोगों को कंबल बांटे थे। सामान्यतौर पर सूखे का सामना हम लोगों को करना पड़ता है, पिछले 10 दिनों में प्राकृतिक आपदा की चपेट में पूरा संभाग आ गया है। अजीबों.गरीब स्थिति है कि संभाग के 8 जिलों में से पश्चिम भाग श्योपुर, शिवपुरी, गुना में अधिक से अधिक वर्षा हुई जो सामान्य वर्षा होती है उससे अधिक। अभी वर्षा ऋ तु का एक माह बाकी है, 1100 मिमी अभी ती वर्षा हो चुकी है मतलब 40 प्रतिशत अधिक बारिश। जब हम लोगों को मालूम पड़ा कि हमारे बांधों पर उफान आ चुका है और कई वार्ड व गांव पानी में धंस गए हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राजनाथसिंह से बात करके 7 हैलीकॉप्टर रेस्क्यू के लिए भिजवाए लेकिन दो दिन मौसम खराब होने की वजह से उनका सही से इस्तेमाल नहीं हो पाया। इसके बाद एनडीआरएफ व सेना को भेजा जिन्होंने करीब 2 हजार 800 लोगों की जान बचाई लेकिन इसके बाद भी 13 लोगों की जान चली गई। वह सेना, प्रशासन, वासुसेना, कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों का धन्यवाद व्यक्त करना चाहते हैं जिन्होंने इस आपदा के समय अपना पूरा सहयोग दिया। सिंिाया ने कहा कि अभी धीर रखन का समय नहीं है, आज भी मौसम का रेड अलर्ट चल रहा है हम लोगों को सतर्क रहना होगा।
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