यह रणनीति तैयार की गईशिवपुरी-पत्रकारों से बातचीत के दौरान सिंधिया ने बताया कि उन्होंने प्रशासनए जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की तथा वह तीन स्ट्रेजी पर काम करेंगे जिसके पहले फेज में यानि 24 घंटे के अंदर तालाब व मौसम की जानकारी देकर उसका मुकाबला करना। दूसरे फेज में जिसकी जानकारी 48 घंटे के भीतर प्रशासन को देना होगी उसमें लोगों की देखभाल के बारे में जानकारी होगी वहीं तीसरे फेज यानि कि 7 से 10 दिन के अंदर हानि का मुआयना कर उसकी जानकारी से अवगत कराना होगा।
विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने भी दिया सुझाव
इस दौरान कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने भी महत्वपूर्ण सुझाव इस बैठक में दिए जिसमें उन्होंने बताया कि सोमवार दोपहर से जिले के 450 बाढ़ पीड़ित गांव में शासन व्यवस्था से जरूरतमंद ग्रामवासियों को भोजन व्यवस्था ग्राम पंचायत स्तर पर ही निर्मित कर व बच्चों को दूध और बिस्किट की ब्यबस्था बड़े स्तर पर की जाएगी। इस व्यवस्था में अनेक शासकीय विभागों के अधिकारी कर्मचारियों का अमला चुनाव की तरह ड्यूटी पर लगेगा।
बेघर लोगों को मिलेगी 6 हजार की प्रारंभिक सहायता
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने बैठक के दौरान बताया कि इस आपदा के समय जो लोग बेघर हो गए हैं उन्हें 6 हजार रुपए की प्रारंभिक सहायता पहुंचाई जाए, बाढ़ की चपेट में लगभग 450 गांव के लोग आए हैं यहां अन्न पहुंचाना जरूरी नहीं उन्हें दो वक्त का खाना उपलब्ध कराना होगा जिसकी सूची बनाई जाएगी और पंचायत स्तर पर खाना बनाकर वितरण किया जाएगा। बाढ़ के बाद बीमारी फैलने का खतरा अधिक रहता है इससे निपटने के लिए जहां भी बीमार लोगों की जानकारी मिले वहां मेडीकल टीम को पहुंचाना प्राथमिकता रहेगी। इसके बाद बिजली व पेयजल की व्यवस्था गांव.गांव में सुचारू करना होगी।
केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने किया बाढ़ प्रभावित गांव का निरीक्षण
शिवपुरी-केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार को शिवपुरी भ्रमण पर आए। इस दौरान उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के भ्रमण पर निकले। उन्होंने ग्राम ख़यावदा, नरवर के ग्राम पनघटा और पुला का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से हालचाल जाना।
केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पिछले 50 वर्षों में इस बार इतनी अतिवृष्टि हुई है। जिससे शिवपुरी के कई गांव प्रभावित हुए हैं। बांध, जलाशय, नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई गांव में जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई जिससे ग्रामीणों को समस्या का सामना करना पढ़ रहा है लेकिन ग्रामीणजन परेशान ना हो उन्हें हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों की जो भी क्षति हुई है उसका टीम द्वारा सर्वे किया जाएगा और किसानों को राहत पहुंचाई जाएगी। साथ ही अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए भोजन, पेयजल व्यवस्था सुव्यवस्थित रखने के निर्देश दिए।
इस दौरान ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युमन सिंह तोमर, लोक निर्माण विभाग राज्यमंत्री श्री सुरेश राठखेड़ा, जिलाध्यक्ष राजू बाथम, पूर्व विधायक जसमन्त जाटव भी उनके साथ मौजूद रहे।
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