शिवपुरी। जैन श्वेताम्बर मंदिर पर विराजित साध्वी शीलधर्मा श्री जी महाराज साहब के सानिध्य में रविवार को लक्ष्मी महापूजन का आयोजन किया गया जिसमें जहां महिलाओं ने गरबा नृत्य करते हुये पूजन का आनंद लिया। वहीं पुरूषों द्वारा जयजयकार के नारे लगाकर पूजन में जोश दिखाया। पूजन के पश्चात अराधना भवन में सामूहिक इकासने कराये गये।जानकारी देते हुये कार्यकारी अध्यक्ष तेजमल सांखला ने बताया कि चातुर्मास काल में जब भी संत पधारते है उस समय धार्मिक आराधनाये बढ जाती है। इस समय मंदिर में बल्लभ समुदाय की जैन साध्वी शीलधर्माश्रीजी ठाणा 4 विराजमान है उनके द्वारा प्रतिदिन प्रात: 9.15 से 10.15 तक प्रवचन दिये जाते है एवं प्रत्येक रविवार को एक अनुष्ठान कराया जाता है। साध्वीकीर्तियशा श्रीजी, साध्वी प्रीतियशा श्रीजी, साध्वी सिद्धिधर्मा श्रीजी द्वारा इस अनुष्ठान में चावल की सुंन्दर आंगी भी बनाई जाती है। पिछले रविवार को साध्वीजी द्वारा माता पद्मावती अनुष्ठान का आयोजन किया गया था इस रविवार को माता लक्ष्मी का अनुष्ठान किया गया।
इस अनुष्ठान में महिला मंडल की सदस्यों द्वारा माता के गीत गाये गये और नृत्य किया गया। अनुष्ठान के दौरान साध्वी कीर्तियशाश्रीजी ने अपनी तेज आवाज से श्लोको को पड़ा और मंत्रोच्चारण किया। अनुष्ठान के दौरान धार्मिक विधि से पूजित मूर्ति का चढ़ावा भी बोला गया जिसका लाभ मुकेश भांडावत परिवार द्वारा लिया गया जो उक्त मूर्ति को समाज के साथ गाजे बाजे से अपने घर ले गये। प्रति रविवार को होने वाले धार्मिक आयोजनों में समाज के सभी स्त्री, पुरूष, बच्चे बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे है जिसके चलते धर्म प्रभावना बढ़ रही है।
आज के अनुष्ठान में जिन परिवारों ने बोलियों का लाभ लिया था उनके द्वारा पूजन सम्पन्न कराया गया। इसके साथ सभी परिवार द्वारा लाया गया फल, मीठा भी चढ़ाया गया। अनुष्ठान के पश्चात समाज के तेजमल सांखला, धर्मेन्द्र गुगलिया, लाभचंद जैन, शिखरचंद कोचेटा परिवार द्वारा एकासने कराये गये जिसमें संयोजक अभय कोचेटा सहित पूर्ण संयोजक मंडल द्वारा पूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन किया गया।
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