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Sunday, December 5, 2021

कारागार में मिला कारगर ज्ञान जिससे पता चला कि मनुष्य जीवन का मुख्य उद्देश्य क्या है : संत रामपाल



मुनींद्र धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा एलईडी के माध्यम से कैदियों को सत्संग का दिलाया धर्मलाभ

शिवपुरी-जिले की करैरा तहसील की उप जेल में जेलर सुनील शर्मा के सहयोग से मुनींद्र धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा एलईडी के माध्यम से जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सत्संग का आयोजन किया गया जो कि सभी धर्मों के पवित्र सद्ग्रंथों से प्रमाणित था जिसे सुनकर कैदी व जेल के अधिकारी कर्मचारी भी अचम्भित रह गये कि ऐसा ज्ञान अभी तक हम तक क्यों नही पंहुच सका और यह सत्संग बार.बार चलाने के लिये कहा गया ओर सत्संग के दौरान 16 कैदियों ने संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा भी प्राप्त की और आजीवन सर्व बुराइयों जैसे कि चोरी, जारी, रिश्वतखोरी, मांस, शराब आदि से मुक्त जीवन जीने का संकल्प लिया।

इस सत्संग मे संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा सर्व धर्मों के पवित्र सद्ग्रन्थों से प्रमाणित करके सबका मालिक एक है की पहचान कराई गयी और सर्व सद्ग्रन्थों से निष्कर्ष निकला की वह सबका मालिक एक पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी हैं। साथ ही संत रामपाल जी महाराज ने सत्संग के माध्यम से बताया कि मनुष्य जीवन का मुख्य उद्देश्य पूर्ण मोक्ष की प्राप्ति है क्योंकि पेट तो पशु पक्षी भी भरते हैं परन्तु पूर्ण मोक्ष की प्राप्ति केवल मनुष्य देह से ही सम्भव है। गीता में गीता ज्ञान दाता ने भी स्प्ष्ट कहा है कि मनुष्य देह बहुत ही पुण्य कर्मों से प्राप्त होती है और मनुष्य जीवन को प्राप्त करने के पश्चात इसका का एकमात्र उद्देश्य पूर्ण मोक्ष की प्राप्ति है। 

संत जी के अनुयाईयों ने बताया कि कैदियों से जेल कर्मचारी अधिकारियों का व्यवहार भी बहुत अच्छा महसूस हुआ संत जी के अनुयाईयों ने परमात्मा का ज्ञान जेल में बंद उसके बच्चों तक पंहुचाने के लिये स्वीकृति देने का जेलर सुनील शर्मा जी का बहुत बहुत धन्यवाद किया। सत्संग श्रवण के पश्चात कैदियों के लिए संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने संत रामपाल जी द्वारा लिखित ष्जीने की राहष् व ष्ज्ञान गंगाष् जैसी अनमोल पुस्तकें भेंट स्वरूप प्रदत्त की गईं।

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