शिवपुरी। मंगलवार को आयेाजित जनसुनवाई में आए मानसिंह यादव निवासी ग्राम धुंवा ने अधिकारियों को आवेदन के माध्यम से शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि वह बदरवास की सांईसिटी कॉलोनी में रहता है तथा मजदूरी कर अपना व परिवार का जीवन यापन कर रहा है। 27 जनवरी को शाम के समय भूरा, रघुराज, कमलसिंह, मानसिंह, बंटी, सुनील, रघुराज, कमलसिंह, पवन यादव ने मेरे पुत्र भरत यादव को पेय पदार्थ में जहर मिलाकर पिला दिया और उसे घर छोड़कर चले गए।
जब मैंने बेटे की हालत बिगड़ती देखी तो तुरंत उसके पास गया तो उसने बताया कि उसे पेय पदार्थ में कुछ मिलाकर पिला दिया गया है और मेरा दम घुट रहा है। हालत बिगड़ती देख मैं पुत्र को बदरवास अस्पताल लेकर गया। लेकिन हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे ग्वालियर रैफर कर दिया किंतु उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। मामले को लेकर 28 जनवरी को थाने में शिकातय दर्ज करवाई थी लेकिन थाने में मेरे बताए अनुसार शिकायत दर्ज नहीं की और अप्राकृतिक मृत्यु का पंजीकरण दर्ज कर लिया। जबकि मेरे पुत्र की हत्या उक्त लोगों द्धारा की गई है। आरोपित खुलेआम घूम रहे हैं। इसलिए घटना की स्पष्ट जांच करवाई जाकर दोषियों पर कार्रवाई की जाए।
मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में मनियर निवासी अर्जुन राठौर पहुंचा। यहां अधिकारियों को अपनी समस्या सुनाते हुए अर्जुन ने बताया कि वह दोनों पैरों से विकलांग है और परेशान भी है। अर्जुन ने बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वह अपने लिए एक ट्रायसाइकिल खरीद सके। ट्रायसाइकिल न होने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए उसे ट्रायसाइकिल दिलवा दी जाए।
डॉक्टर ने की पड़ौसी की शिकायत, कहा नियम विरूद्ध निकाल रहे खिड़की
शहर के दीनदयाल पुरम में रहने वाले डॉक्टर हिमांशु सक्सेना ने अपने पड़ौस में रहने वाले पड़ौसी की शिकायत जनसुनवाई में की है। डॉ. हिमांशु ने बताया कि उसके मकान के पास ही मुदगल का मकान है। मुदगल के द्धारा स्वयं के मकान की तीसरी मंजिल का निर्माण कराया जा रहा है। निर्माण के दौरान इनके द्धारा मेरे मकान की तरफ एक बड़ी खिड़की का निर्माण किया जा रहा है। जब मैंने मुद्गल से खिड़की न बनाने का आग्रह किया और नगर पालिका के नियमों के बारे में भी बताया तो उन्होंने कोई सुनवाई नहीं की और न ही निर्माण को रोका। अत: मामले में कार्रवाई कर खिड़की को बंद करवाया जाए।
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