शिवपुरी- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका संघ के द्वारा अपनी लंबित समस्याओं के संदर्भ में एक ज्ञापन रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर अंकुर रवि गुप्ता को ज्ञापन सौंपा गया। इस ज्ञापन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका संघ की जिलाध्यक्ष श्रीमती कल्पना लाम्बा ने बताया कि मप्र सरकार ने संवेदनशीलता दिखाते हुए मप्र के कर्मचारियों के संबंध में ऐतिहासिक कदम उठाए है लेकिन काफी लंबे समय से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाऐं अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन करते हुए अपनी विभिन्न मांगों के निराकरण के लिए सघर्षरत है इनमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को नियमित किया जाए, कार्य अनुभव के आधार पर आंनगाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाईजनर के पद पर एवं सहायिकाओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर प्रमोशन दिया जाए, जुलाई 2018 से पूर्व में बढ़ा हुआ मानदेय जो कम कर दिया गया था जिसका अंागनबाड़ी कार्यकर्ता को 1500 रूपये एवं सहायिकाओं को 750 रूपये के मान से एरिया दिया जावे, पर्यवेक्षकों की सीधी भर्ती रोक कर योग्यता के आधार पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के प्रमोशन से उक्त पदों की पूर्ति की जाए, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को मानदेय 26000 व सहायिका का मानदेय 15000 एवं मिनी आं.का. का मानदेय 18000 रूपये व पेंशन दी जावे एवं अन्य विभाग का कार्य करने पर संबंधित विभाग द्वारा अतिरिक्त भत्ता दिया जावे। इस दौरान ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता व सहायिकाओं में कीर्ति तोमर, अंजना बाथम, रागिनी शर्मा, वीनू सेंगर, उमा परिहार, नीलम सोनी, रजनी शर्मा, कंचन शर्मा, भारती शाक्य, गीता सिनोरिया, नर्मदा फरेरे, ललिता शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थीं।
शिवपुरी- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका संघ के द्वारा अपनी लंबित समस्याओं के संदर्भ में एक ज्ञापन रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर अंकुर रवि गुप्ता को ज्ञापन सौंपा गया। इस ज्ञापन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका संघ की जिलाध्यक्ष श्रीमती कल्पना लाम्बा ने बताया कि मप्र सरकार ने संवेदनशीलता दिखाते हुए मप्र के कर्मचारियों के संबंध में ऐतिहासिक कदम उठाए है लेकिन काफी लंबे समय से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाऐं अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन करते हुए अपनी विभिन्न मांगों के निराकरण के लिए सघर्षरत है इनमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को नियमित किया जाए, कार्य अनुभव के आधार पर आंनगाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाईजनर के पद पर एवं सहायिकाओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर प्रमोशन दिया जाए, जुलाई 2018 से पूर्व में बढ़ा हुआ मानदेय जो कम कर दिया गया था जिसका अंागनबाड़ी कार्यकर्ता को 1500 रूपये एवं सहायिकाओं को 750 रूपये के मान से एरिया दिया जावे, पर्यवेक्षकों की सीधी भर्ती रोक कर योग्यता के आधार पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के प्रमोशन से उक्त पदों की पूर्ति की जाए, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को मानदेय 26000 व सहायिका का मानदेय 15000 एवं मिनी आं.का. का मानदेय 18000 रूपये व पेंशन दी जावे एवं अन्य विभाग का कार्य करने पर संबंधित विभाग द्वारा अतिरिक्त भत्ता दिया जावे। इस दौरान ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता व सहायिकाओं में कीर्ति तोमर, अंजना बाथम, रागिनी शर्मा, वीनू सेंगर, उमा परिहार, नीलम सोनी, रजनी शर्मा, कंचन शर्मा, भारती शाक्य, गीता सिनोरिया, नर्मदा फरेरे, ललिता शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थीं।
No comments:
Post a Comment