शिवपुरी- आज के समय में बच्चों में यदि संस्कारों की नींव बचपन से ही डाली जाए तो वह ना केवल संस्कारों को ग्रहण करेंगें बल्कि माता-पिता के बताए मार्ग पर भी चल सकेंगें। कुछ इसी तरह का अनुकरणीय कार्य किया शिवपुरी शहर के फतेहपुर गणेश गली निवासी बहू ने जिन्होंने अपने मासूम बेटे के साथ अपने ससुर स्व.देवीशंकर भार्गव की तृृतीय पुण्यतिथि स्थानीय वृद्धाश्रम पहुंचकर वृद्धजनों की सेवा कर मनाया गया। एक तरह से पोते और बहू ने अपने दादा की पुण्यतिथि मनाई। यहां वृद्धजनों की सेवा में एक उपहार के रूप में गुजिया, समौसा, जलेबी, कचौड़ी और पकौड़ी से भरे हुए पैकेट वृद्धजनों की सेवा करते हुए पुण्यतिथि के अवसर पर वितरित किए। जिस पर वृद्ध माताओं ने इस मासूम बच्चे को जहां अपने दोनों हाथों से पैर छूते हुए आर्शीवाद प्रदान किया तो वहीं ससुर की पुण्यतिथि मनाने वाली बहू को भी अपना आशीष प्रदान किया। इस दौरान बहू ने भी वृद्धजनों की सेवा करते ुहए पैर छूकर सभी से आर्शीवाद लिया। यहां करीब 30 से अधिक वृद्धजनों के लिए यह स्वल्पाहार के पैकेट वितरित कर ससुरजी की पुण्यतिथि मनाई गई।
शिवपुरी- आज के समय में बच्चों में यदि संस्कारों की नींव बचपन से ही डाली जाए तो वह ना केवल संस्कारों को ग्रहण करेंगें बल्कि माता-पिता के बताए मार्ग पर भी चल सकेंगें। कुछ इसी तरह का अनुकरणीय कार्य किया शिवपुरी शहर के फतेहपुर गणेश गली निवासी बहू ने जिन्होंने अपने मासूम बेटे के साथ अपने ससुर स्व.देवीशंकर भार्गव की तृृतीय पुण्यतिथि स्थानीय वृद्धाश्रम पहुंचकर वृद्धजनों की सेवा कर मनाया गया। एक तरह से पोते और बहू ने अपने दादा की पुण्यतिथि मनाई। यहां वृद्धजनों की सेवा में एक उपहार के रूप में गुजिया, समौसा, जलेबी, कचौड़ी और पकौड़ी से भरे हुए पैकेट वृद्धजनों की सेवा करते हुए पुण्यतिथि के अवसर पर वितरित किए। जिस पर वृद्ध माताओं ने इस मासूम बच्चे को जहां अपने दोनों हाथों से पैर छूते हुए आर्शीवाद प्रदान किया तो वहीं ससुर की पुण्यतिथि मनाने वाली बहू को भी अपना आशीष प्रदान किया। इस दौरान बहू ने भी वृद्धजनों की सेवा करते ुहए पैर छूकर सभी से आर्शीवाद लिया। यहां करीब 30 से अधिक वृद्धजनों के लिए यह स्वल्पाहार के पैकेट वितरित कर ससुरजी की पुण्यतिथि मनाई गई।
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