नियम निर्देशों को धता बता रहे तैनात सीएचओ केन्द्र प्रभारीशिवपुरी- यूं तो स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्वास्थ्य सेवाओ के लिए सीएचओ केंद्र बनाए जाकर इसलिए स्थापित किये गये है ताकि संबंधित केंद्र पर नियमित टीकाकरण व अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं आमजन को प्राप्त हो सके, लेकिन देखने में आ रहा है कि इन सी एच ओ केंद्र की जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं और केंद्र पर तक नहीं पहुंच रहे हैं। जिसके चलते एक और जहां टीकाकरण कार्य कार्य प्रभावित हो रहा है।
इसी तरह का एक सी एच ओ केंद्र अमरखोआ पर देखने को मिला जहां जिम्मेदार सीएचओ वहां मौजूद नहीं मिले जबकि एएनएम व अन्य स्टाफ जरूर वहां मौजूद रहा। बताया जाता है कि अधिकांश सीएचओ केंद्रों का तो यही हाल है यहां जिनके हाथों में जिम्मेदारी है वही मौके पर मौजूद नहीं मिलते हैं। ऐसे में शासन के टीकाकरण कार्य में लापरवाही बरतने वाली जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाना चाहिए है और उसके मॉनिटरिंग स्वयं जिला टीकाकरण अधिकारी की टीम को समय-समय करना चाहिए प्राची ऐसे लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके।
इन नियम निर्देशों को सीएचओ दिखा रहे हैं ठेंगा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा तैनात सीएचओ केन्द्र प्रभारियों को उनकी कार्यप्रणाली के तहत नियम निर्देश दिए गए है जिसके पालन में इन्हें अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना है लेकिन अधिकांश सीएचओ इन्हीं नियम निर्देशों को ठेंगा दिखा रहे है जिसमें एचडब्ल्यूसी पोर्टल पर नियमित ओपीडी रिपोर्टिंग करना(माह में 25 दिवस प्रति दिवस कम से कम 30 ओपीडी अनिवार्यत: की जाये), एचडब्ल्यूसी पोर्टल पर वेलनेस एक्टिविटीज की रिपोर्टिंग करना, एचडब्ल्यूसी पोर्टल पर सर्विस डिलेवरी मंथली रिपोर्टिंग करना माह की 5 तारीख तक अनिवार्य,
इनका कहना है-
सीएचओ केन्द्र के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी व स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं से आमजन को लाभान्वित कराया जाना है यदि कहीं कोई सीएचओ केन्द्र प्रभारी अपने क्षेत्र में नहीं पहुंच रहे है तो हम दिखवाते है संबंधित की जांच करते हुए उचित कार्यवाही की जाएगी।
डा.संजय ऋषिश्वर
जिला टीकाकरण अधिकारी, शिवपुरी
इन नियम निर्देशों को सीएचओ दिखा रहे हैं ठेंगा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा तैनात सीएचओ केन्द्र प्रभारियों को उनकी कार्यप्रणाली के तहत नियम निर्देश दिए गए है जिसके पालन में इन्हें अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना है लेकिन अधिकांश सीएचओ इन्हीं नियम निर्देशों को ठेंगा दिखा रहे है जिसमें एचडब्ल्यूसी पोर्टल पर नियमित ओपीडी रिपोर्टिंग करना(माह में 25 दिवस प्रति दिवस कम से कम 30 ओपीडी अनिवार्यत: की जाये), एचडब्ल्यूसी पोर्टल पर वेलनेस एक्टिविटीज की रिपोर्टिंग करना, एचडब्ल्यूसी पोर्टल पर सर्विस डिलेवरी मंथली रिपोर्टिंग करना माह की 5 तारीख तक अनिवार्य,
मातृ-स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत उप स्वास्थ्य केन्द्र की जनसंख्या के मान से लक्ष्य अनुसार प्रत्येक गर्भवती महिला की एएनसी जांच संपादित करना, हाईरिस्क प्रसव का चिन्हांकन, उनकी आवश्यक जांच एवं उसे उपचार हेतु उचित संस्था पर रैफर करना, प्रत्येक पंजीकृत गर्भवती महिला की न्यूनतम 4 जांचे समय-सीमा में संपादित करते हुए इसकी अनमोल पोर्टल पर प्रविष्टि करना व करवाना एवं एनसीडी कार्यक्रम के तहत समस्त गर्भवती महिलाओं,
उप स्वास्थ्य केन्द्र की जनसंख्या के 37 प्रतिशत के मान से 30 वर्ष से अधिक आयु के समस्त व्यक्तियों किसी भी आयु वर्ग के ऐसे समस्त व्यक्ति जिनके परिवार में एनसीडी का इतिहास रहा हो, के सी-बैक फार्म आशा कार्यकर्ता के माध्यम से भरवाते हुए इसका 50 प्रतिशत स्वयं एवं 50 प्रतिशत एएनएम के माध्यम से एनसीडी एप्प की नवीनतम वर्जन पर डिजीटाईज करवाना आदि शामिल है।
इनका कहना है-
सीएचओ केन्द्र के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी व स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं से आमजन को लाभान्वित कराया जाना है यदि कहीं कोई सीएचओ केन्द्र प्रभारी अपने क्षेत्र में नहीं पहुंच रहे है तो हम दिखवाते है संबंधित की जांच करते हुए उचित कार्यवाही की जाएगी।
डा.संजय ऋषिश्वर
जिला टीकाकरण अधिकारी, शिवपुरी
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