निर्वाचन प्रक्रिया में कोलारस अमले को एक भी निर्वाचन सम्बंधित नोटिस नही हुआ जारी
रिटर्निग अधिकारी की कुशलता को सराहा अधिनस्थ अमले ने
कोलारस/-चुनावी प्रक्रिया में हुआ 2 साल से अधिक का बिलंब निश्चित ही लोकतंत्र के लिए सोचनीय पहलू रहा है। न्यायलयीन आदेश के बाद निर्वाचन आयोग ने प्रशासनिक अमले की कार्यकुशलता के आधार पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए अपने प्रशासनिक अमले से समय सीमा निर्वाचन कार्य सम्पन्न कराने की पहल की। इस पहल में जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय कुमार सिंह के कुशल मार्गदर्शन में कोलारस निर्वाचन कार्य मे लगे अमले ने तत्परता दिखाते हुए चुनावी समर को शान्ति पूर्ण संम्पन्न कराया ।उक्त चुनाव निर्वाचन प्रक्रिया में लगे अधिकारियों को किसी बड़ी चुनोती से कम नही थे। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में हर व्यक्ति चुनाव में भागीदारी लेने के लिए उत्सुक था। उनके लिए ये चुनाव उत्सव से कम नही थे।
दूसरी ओर ग्राम पंचायत चुनावों की गिनती तो ग्रामीण अंचल के पोलिंग बूथों पर कराई जानी थी बड़ी बड़ी हिंसक घटनाओं की पूरी संभावना थी, जर्जर और खस्ताहाल बूथों को धन के अभाव में सुसज्जित करना , जहाँ बिधुत नही थी वहां प्रकाश की वैकल्पिक व्यवस्था करना ,साथ ही अधीनस्त अमले की सुरक्षा को भी नजर अंदाज करना भारी पड़ सकता था। लेकिन रिटर्निग अधिकारी बृज विहारी श्रीवास्तव,अनुविभागीय अधिकारी पुलिस विजय यादव,तहसीलदार प्रतिज्ञा शर्मा,दिलीप द्विवेदी ,थाना प्रभारी मनीष शर्मा , मुख्य कार्यपालन अधिकारी ऑफिसर सिंह गुर्जर ने जिस तरह से अपनी कुसल क्षमताओं का उपयोग कर दिन रात कार्य किया उसका नतीजा है कि चुनाव प्रक्रिया शांति पूर्ण सम्पन्न हुई।
निर्वाचन सम्बंधित एक भी नोटिस विभगीय रूप से कोलारस अमले को न मिलना रिटर्निग अधिकारी बृज विहारी श्रीवास्तव की उच्च प्रशासनिक कार्य क्षमता को प्रदर्शित करता है।वही कोलारस निर्वाचन में लगे अमले ने हर कदम पर मिले जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय कुमार सिंह के मार्गदर्शन और सहयोग से निर्वाचन कार्य संम्पन्न किया ,इसके लिए सम्पूर्ण जिला प्रशासन बधाई का पात्र है
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