शिवपुरी- आषाढ़ माह की अष्टान्हिका महापर्व के अवसर पर श्रीवासुपूज्य जिनालय, सावरकर कालोनी शिवपुरी में बा. बृ. पं. अमित भैयाजी विदिशा के सानिध्य में प्रतिदिन जिनेन्द्र प्रभु की आराधना एवं वीतरागी सर्वज्ञ प्रणीत तत्वज्ञान की सतत गंगा जिनवाणी के माध्यम से बह रही है। विगत 06 जुलाई से प्रारंभ हुए यह शाश्वत पर्व 13 जुलाई -2022 तक चलेंगे। कार्य क्रमानुसार स्वाध्याय सभा में प्रतिदिन बा. बृ. अमित भैयाजी के प्रात: आचार्य कुन्दकुन्द प्रणीत श्री समयसार जी के मोक्ष अधिकार पर, दोपहर में नयचक्र की कक्षा के माध्यम से तथा सांयकाल वस्तु के द्रव्य-गुण- पर्याय के स्वरुप की चर्चा चल रही है, जिसका साधर्मी जन भरपूर लाभ ले रहे है.साथ ही पू. गुरुदेवश्री के समयसार के सीडी प्रवचनों के स्वाध्याय का लाभ भी मुमुक्षु समाज को मिल रहा है, दिन भर सुने समझे गये स्वाध्याय से क्या सीखा। इस विषय पर रात्रि में प्रश्नमंच कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जिसमें सही जवाब देने वालोंको पुरुष्कारों से सम्मानित किया जाता है।
शिवपुरी- आषाढ़ माह की अष्टान्हिका महापर्व के अवसर पर श्रीवासुपूज्य जिनालय, सावरकर कालोनी शिवपुरी में बा. बृ. पं. अमित भैयाजी विदिशा के सानिध्य में प्रतिदिन जिनेन्द्र प्रभु की आराधना एवं वीतरागी सर्वज्ञ प्रणीत तत्वज्ञान की सतत गंगा जिनवाणी के माध्यम से बह रही है। विगत 06 जुलाई से प्रारंभ हुए यह शाश्वत पर्व 13 जुलाई -2022 तक चलेंगे। कार्य क्रमानुसार स्वाध्याय सभा में प्रतिदिन बा. बृ. अमित भैयाजी के प्रात: आचार्य कुन्दकुन्द प्रणीत श्री समयसार जी के मोक्ष अधिकार पर, दोपहर में नयचक्र की कक्षा के माध्यम से तथा सांयकाल वस्तु के द्रव्य-गुण- पर्याय के स्वरुप की चर्चा चल रही है, जिसका साधर्मी जन भरपूर लाभ ले रहे है.साथ ही पू. गुरुदेवश्री के समयसार के सीडी प्रवचनों के स्वाध्याय का लाभ भी मुमुक्षु समाज को मिल रहा है, दिन भर सुने समझे गये स्वाध्याय से क्या सीखा। इस विषय पर रात्रि में प्रश्नमंच कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जिसमें सही जवाब देने वालोंको पुरुष्कारों से सम्मानित किया जाता है।
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