श्रीमद् भागवत कथा में बताया भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा का महत्व
शिवपुरी-जिले के कोलारस के समीप ग्राम रिजौदा में आयोजित भागवत कथा के पंचम दिवस पर आचार्य बृजभूषण महाराज ने आदि पुरुष जैसी फिल्मों का विरोध करते हुए बताया कि इस प्रकार की फिल्मों को सिर्फ भारतीय संस्कृति को एवं सनातन परंपरा को बदनाम करने के लिए आयोजित किया जाता है अन्य किसी भी धर्म के ऊपर इस प्रकार की फिल्में आपने आज तक नहीं देखी होगी आदिपुरूष मूवी में हमारे आदर्श भगवान श्रीराम को किस प्रकार दिखाया गया है, हनुमान जी महाराज को किस प्रकार रूप दिखाया गया है। कथा के प्रसंग में उन्होंने बताया कि आदि पुरुष मूवी में एक भी ऐसा संवाद नहीं है जिसको देखकर के हमारे बच्चे कुछ शिक्षा ले सकें, फिल्म में हमारे आदर्शों के प्रति बहुत बड़ा अपमान है, इस प्रकार की फिल्मों का पूर्ण बहिष्कार हो जाना चाहिए जिससे कि भविष्य में कोई ऐसी फिल्में ना बनावे।
आचार्य बृजभूषण महाराज ने कथा के प्रसंग में सुंदर भगवान के सुंदर बाल लीलाओं का वर्णन किया और बताया कि भगवान श्रीकृष्ण अपने भक्तों की इच्छा पूर्ण करने के लिए बाल लीला करते हैं एवं उनके लिए आनंद प्रदान करते हैं, भगवान श्रीकृष्ण दुष्टों का भी अंत करने के लिए पृथ्वी पर आते हैं एवं बड़े-बड़े पापियों को मार कर के पृथ्वी को सुखी करते हैं। गोवर्धन पूजा का महत्व बताते हुए कि गौ माता का पूजन करना प्रत्येक मनुष्य का कर्तव्य है, गौ माता स्वयं लक्ष्मी का स्वरूप है एवं गौ माता के भीतर समस्त देवताओं का वास माना गया है, इसलिए गौ माता की पूजन प्रत्येक मनुष्य को करना चाहिए। इस कथा का आयोजन राम सिंह केवट एवं उनका परिवार करवा रहा है यह कथा 28 जून तक आयोजित की जाएगी।
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