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Friday, July 21, 2023

मजबूत नींव के कारण ही 20-21 वर्ष के छात्र बने हैं अफसर : डायरेक्टर पवन शर्मा



गीता पब्लिक स्कूल के 4 विद्यार्थीयों भागेश सोनी, देव शर्मा, अंजली अग्रवाल, हर्षिता ओझा ने हासिल किए सरकारी पद


शिवपुरी-मजबूत नींव के कारण ही 20-21 वर्ष के छात्र अफसर बने है, यह अंचल शिवपुरी के लिए गौरान्वित करने वाली बात है कि जब छोटे नन्हे मुन्ने बच्चे अपने माता-पिता की उंगली पकड़कर एडमिशन के लिए स्कूल आते हैं, वह दिन न केवल बच्चे के लिए बल्कि माता-पिता के लिए भी खास होता है और एक समय वह होता है जब वही नन्हे मुन्ने बच्चे बड़े होकर ऑफिसर बनकर स्कूल मिलने आते हैं। वह दिन विद्यार्थी, माता-पिता व स्कूल के लिए गौरव की बात होती है। शायद ही इन दो दिनों से बढ़कर कोई दिन हो। यही वजह है कि विद्यालय के 6 डॉक्टरों के बाद अब एक ही बैच के 4 विद्यार्थियों भागेश सोनी पुत्र मुकेश रानी सोनी, देव शर्मा पुत्र चतुर्भुज सुनीता शर्मा, अंजलि अग्रवाल पुत्री कैलाश नारायण गीता अग्रवाल, हर्षिता ओझा पुत्री मंगल सिंग मंजू ओझा ने सरकारी पद प्राप्त किए हैं। यह बात कही गीता पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर पवन शर्मा ने जिन्होंने सभी शासकीय पद पर चयनित विद्यार्थियों को विद्यालय परिसर में ही स्मृति भेंट कर सम्मानित किया।

इन विद्यार्थियों में भागेश सोनी की केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड के कस्टम डिपार्टमेंट में इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्ति हुई है। भागेश ने एसएससी सीजीएल एग्जाम क्लियर किया है। देव शर्मा ने एसएससी स्टेनोग्राफर का एग्जाम क्लियर किया है उसकी मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस में कंट्रोलर जनरल आफ डिफेंस अकाउंट्स के पद पर नियुक्ति हुई है। अंजली अग्रवाल ने एसएससी स्टेनोग्राफर का एग्जाम क्लियर किया है और उसकी नियुक्ति डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज इन फाइनेंस मिनिस्ट्री में पर्सनल असिस्टेंट के पद पर हुई है। हर्षिता ओझा ने एसएससी सीजीएल एग्जाम क्लियर किया है और उसकी नियुक्ति रेल मंत्रालय में स्टेनोग्राफर की पोस्ट पर हुई है। 

भागेश सोनी जिसकी उम्र मात्र 20 वर्ष है और बाकी विद्यार्थी भी 20 से 21 वर्ष की आयु के हैं। जहां विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में वर्षों लग जाते हैं वही इन विद्यार्थियों ने 20 से 21 वर्ष की उम्र में  पहले अटेंप्ट में ही सरकारी पद को हासिल कर सभी को गौरवान्वित किया है। स्कूल प्रबंधन का मानना है कि विद्यार्थियों की इस सफलता से न केवल उनके माता-पिता व स्कूल का नाम रोशन हुआ है बल्कि अलग अलग सरकारी विभागों में पदस्थ होकर स्कूल के विद्यार्थी अपनी पूरी लगन से काम करके देश का नाम भी रोशन करेंगे। स्कूल प्रबंधन प्रारंभ से ही विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए हमेशा अग्रसर रहा है और रहेगा।  

 

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