Responsive Ads Here

Shishukunj

Shishukunj

Wednesday, September 13, 2023

मंथन : नपा उपाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिनिधि सरोज रामजी व्यास की उपेक्षा भाजपा को पड़ सकती है भारी


दो-दो विधानसभा सहित ब्राह्मण समाज में अपना प्रभुत्व रखते है प्रदेश संयोजक रामजी व्यास व उनका परिवार

शिवपुरी- नगर पालिका चुनाव में आरक्षित महिला सीट के लिए जब अप्रत्यक्ष रूप से हो रहे चुनावी मुकाबले में मुख्य रूप से नपाध्यक्ष की प्रबल श्रीमती सरोज रामजी व्यास थी, तभी से शिवपुरी विधानसभा में एक नए राजनीतिक समीकरण बनना शुरू हो गए थे। तब शिवपुरी विधायक यशोधरा राजे सिंधिया भानु दुबे की पत्नि के लिए नपाध्यक्ष में प्रतिनिधित्व को लेकर प्रयास कर रही थी, 

हालांकि इस अप्रत्यक्ष चुनाव प्रणाली को लेकर अपने राजनैतिक संबंधों और भाजपा पार्टी के प्रति निष्ठा व्यक्त करते हुए रामजी व्यास ने अपनै धैर्य को धारण करते हुए अध्यक्षीय पद शिवपुरी विधायक के पसंदीदा चेहरे के रूप में गायत्री शर्मा को अपना समर्थन देकर उन्हें निर्विरोध रूप से अध्यक्ष के रूप में चुन लिया गया और स्वयं श्रीमती सरोज रामजी व्यास नपा उपाध्यक्ष के रूप में दायित्व लेकर किसी भी प्रकार का अवरोध या विरोध उत्पन्न नहीं किया परन्तु नपा चुनाव के बाद से लेकर अब आने वाले विधानसभा चुनावों तक भी हालातों में कोई सुधार नहीं। यहां नपा उपाध्यक्ष सरोज व्यास एवं नपा में सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास की उपेक्षा भाजपा को आने वाले चुनाव में भारी पड़ सकती है, 

कारण है कि एक ओर जहां उन्हें नपा में जो प्रतिनिधित्व दिया गया है उसकी मान-मर्यादा का उल्लंघन किया जा रहा है, उन पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करा दबाब बनाने का प्रयास किया गया, राजनीतिक रूप से स्वयं एक शासकीय कर्मचारी के नाते रामजी व्यास का दखल ना केवल शिवपुरी बल्कि कोलारस में निवासरत होकर गुना और ग्वालियर तक भाजपा पार्टी व अन्य दलों के साथ उनका गहन संपर्क है। इसके बाबजूद भी भाजपा संगठन के द्वारा नपा उपाध्यक्ष सरोज रामजी व्यास की अनदेखी करना कहीं ना कहीं संगठन को आने वाले समय में परेशानी भी उठानी पड़ सकती है, 

क्योकि एक ओर जहां स्वयं रामजी व्यास ब्राह्मण महासभा के प्रदेश संयोजक होकर विभिन्न मंदिरों के ट्रस्टी है तो दूसरी ओर पुरानी शिवपुरी जैसे मुस्लिम इलाके में उनकी मुस्लिम समाज में काफी पकड़ है। हजारों लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाला मुस्लिम समाज और अन्य समाजों के साथ यदि रामजी व्यास को भाजपा पार्टी के द्वारा आने वाले समय में सामंजस्य बिठाकर कोई निष्कर्ष नहीं निकाला गया तो इसका लाभ शिवपुरी विधानसभा से कांग्रेस पार्टी का कोई भी प्रत्याशी हो उसे सीधे तौर पर मिल सकता है।

सर्व समाज में पहचाना जाता है व्यास परिवार
देखा जाए तो सर्व ब्राह्मण समाज के प्रदेश संयोजक रामजी व्यास का परिवार अकेले ब्राह्मण समाज ही नहीं बल्कि सर्व समाज में पहचाना जाता है। एक ओर जहां राजनीतिक रूप से वह केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर समर्थक है तो दूसरी ओर कोलारस विधानसभा से भी उनकी अलग पहचान के चलते पुत्र गोलू व्यास का नाम क्षेत्र के प्रतिनिधि के रूप में चल रहा है। 

स्वयं रामजी व्यास नपा में सांसद प्रतिनिधि और कृषि उपज मण्डी के सचिव जैसे दायित्व से सेवानिवृत्त है, पत्नि श्रीमती सरोज व्यास नपा उपाध्यक्ष का प्रतिनिधित्व कर रही है। ऐसे में तमाम समाजों के बीच पहचाने वाले व्यास परिवार की अनदेखी करना भाजपा के लिए भी बड़ी मुसीबत का सबब बन सकती है। सर्व ब्राह्मण समाज के साथ-साथ अपने सरल, सहज और मृदुभाषी व्यवहार के चलते वह वैश्य, अग्रवाल, यादव, प्रजापति, सेन, शाक्य, गुर्जर, आदिवासी, पाल सभी समाजों में चरि-परिचित चहेरे के रूप में जाने जाते है। यहां हजारों लोगों का राजनीतिक और सामाजिक रूप से वह प्रतिनिधित्व कर रहे है।

No comments:

Post a Comment