भाजपा प्रत्याशी देवेन्द्र जैन (पत्ते वाले)सहित सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण कर पाया धर्मलाभशिवपुरी- शहर में प्रति शनिवार और मंगलवार को धर्म की प्रभावना बढ़ाकर श्रीहनुमान चालीसा पाठ करने वाले माधवचौक स्थित हनुमान मंदिर में सेवारत रामभक्त हनुमान परिवार शिवपुरी के द्वारा भव्यता के साथ भजन-कीर्तन करते हुए अन्नकूट महोत्सव का आयोजन स्थानीय होटल स्टार गोल्ड, वायपास रोड़, शिवपुरी पर किया गया। यहां सर्वप्रथम श्रीहनुमान जी महाराज के दर्शन करते हुए विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई तत्पश्चात श्रीहनुमान चालीसा पाठ किया गया और समिति के पदाधिकारी व सदस्यों ने मिलकर इस भव्य धार्मिक आयोजन में सपरिवार शामिल होकर आयोजन की गरिमा को बढ़ाया।
इस अवसर पर भजन-कीर्तन के माध्यम से रामभक्त हनुमान परिवार शिवपुरी से जुड़े गीत-संगीत कलाकार नारायण राठौर, अमित भार्गव, रूद्रप्रताप सिंह सहित अन्य सहयोगी कलाकारों ने श्रीहनुमान महाराज के भजनों की रोचक प्रस्तुति दी। इसके अलावा आयोजित अन्नकूट महोत्सव में शिवपुरी विधानसभा से चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी देवेन्द्र जैन (पत्ते वाले)भी इस आयोजन में शामिल हुए और सभी के साथ अन्नकूट प्रसादी में सहभागी बने। इस अवसर पर श्रीरामभक्त हनुमान परिवार के हेमंत गुप्ता, मनीष मित्तल, दीपक प्रधान, सुनील गुप्ता, दिनेश लक्षकार, अनिल बिंदल, नीलेश भार्गव, राजू शिवहरे, हेमंत छर्च वाले, हेमंत श्रीवास्तव, संजू गोयल, सनी बाथम, सोनू ओझा, प्रमोद गोयल आदि का सहयोग रहा साथ ही विशेष सहयोग मध्यदेशीय अग्रवाल समाज अध्यक्ष एवं स्टारगोल्ड के संचालक रामजीलाल बंसल का भी रहा जिनके माध्यम से इस भव्य प्रांगण में अन्नकूट महोत्सव का आयोजन लगातार प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी किया गया। इस अवसर पर शहर के सैकड़ों धर्मप्रेमीजन और राम भक्त हनुमान परिवार से जुड़े श्रद्धालुओं ने अन्नकूट प्रसादी ग्रहण की।
बदला पैटर्न, बुफेट सिस्टम में भी चला अन्नकूट
समय बदलाव के साथ-साथ खान-पान में भी अब बदलाव आ चुका और अब तो खासतौर से भगवान श्रीगोवर्धन के रूप में प्रारंभ हुए और पूजे जाने वाले अन्नकूट महोत्सव मे भी बदलाव आ गया है। एक ओर जहां कई जगह नीचे बैठकर तो कई स्थानों पर कुर्सियां टेबिल के माध्यम से भी अन्नकूट प्रसाद ग्रहण किया जाता है लेकिन बदलते दौर में अब टेबिल-कुर्सियों के साथ-साथ बुफेट सिस्टम में भी अन्नकूट का प्रसाद ग्रहण किया जाने लगा है जहां स्वेच्छानुरूप संबंधित व्यक्ति अपनी मनपसंद की खाद्य सामग्री का जितनी चाहे उतनी बार ग्रहण कर सकता है। अन्नकूट में मुख्य रूप से रामभाजा सब्जी, कढ़ी, बाजरा, खीर, मूंगदाल, चावल आदि का महत्वपूर्ण भोग माना जाता है और यह सब अब बुफेट सिस्टम में भी लागू हो चुका है। शहर के अनेकों स्थानों और विभिन्न सेवाभावी संस्थाओं के द्वारा भी अपने-अपने सहयोगीजनों को आमंत्रित करते हुए बुफेट में अन्नकूट प्रसाद ग्रहण कराए जाने की व्यवस्था की जाने लगी है।
समय बदलाव के साथ-साथ खान-पान में भी अब बदलाव आ चुका और अब तो खासतौर से भगवान श्रीगोवर्धन के रूप में प्रारंभ हुए और पूजे जाने वाले अन्नकूट महोत्सव मे भी बदलाव आ गया है। एक ओर जहां कई जगह नीचे बैठकर तो कई स्थानों पर कुर्सियां टेबिल के माध्यम से भी अन्नकूट प्रसाद ग्रहण किया जाता है लेकिन बदलते दौर में अब टेबिल-कुर्सियों के साथ-साथ बुफेट सिस्टम में भी अन्नकूट का प्रसाद ग्रहण किया जाने लगा है जहां स्वेच्छानुरूप संबंधित व्यक्ति अपनी मनपसंद की खाद्य सामग्री का जितनी चाहे उतनी बार ग्रहण कर सकता है। अन्नकूट में मुख्य रूप से रामभाजा सब्जी, कढ़ी, बाजरा, खीर, मूंगदाल, चावल आदि का महत्वपूर्ण भोग माना जाता है और यह सब अब बुफेट सिस्टम में भी लागू हो चुका है। शहर के अनेकों स्थानों और विभिन्न सेवाभावी संस्थाओं के द्वारा भी अपने-अपने सहयोगीजनों को आमंत्रित करते हुए बुफेट में अन्नकूट प्रसाद ग्रहण कराए जाने की व्यवस्था की जाने लगी है।
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