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Wednesday, March 13, 2024

वन विभाग की अभिनव पहल : डॉग स्क्वायड प्रशिक्षण केन्द्र में वन विभाग के द्वारा शिवपुरी को किया जा रहा विकसित


वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में जारी है डॉग स्क्वायड प्रशिक्षण

शिवपुरी-पुलिस की तरह वन अमला भी प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड तैयार कर रहा है,जिसका उद्देश्य जंगलों की सुरक्षा के साथ साथ खनिज माफियाओं पर शिकंजा कसना है, उसी के चलते शिवपुरी में जल्द ही वन विभाग का पहला डाग स्क्वायड प्रशिक्षण केंद्र खुल सकता है। इसका प्रस्ताव सरकार के पास भेज दिया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि शिवपुरी की भौगोलिक स्थिती को देखते हुए शिवपुरी के डाग स्क्वायड प्रशिक्षण केंद्र को जल्द ही हरी झंडी मिल सकती है इस प्रशिक्षण केन्द्र से शिवपुरी को विकसित किए जाने का कार्य वन विभाग के द्वारा किया जा रहा है।

शिवपुरी में मप्र वन विभाग के सभी श्वान दस्तों का प्रशिक्षण कोर्स चल रहा है। इस प्रशिक्षण कोर्स के दौरान शिवपुरी पहुंचे एसटीएफ प्रभारी रीतेश सिरोठिया ने प्रशिक्षार्थी डाग हैंडलर को कानून संबंधी जानकारियां देते हुए यह भी बताया कि फारेस्ट डिपार्टमेंट में डाग स्क्वायड को दस साल पूरे हो चुके हैं, परंतु अभी तक वन विभाग का अपना कोई डाग स्क्वायड प्रशिक्षण केंद्र नहीं है। इस कारण उन्हें डाग स्क्वायड को अन्य स्थानों पर ट्रेंड कराना पड़ता है, लेकिन जल्द ही वन विभाग का अपना डाग स्क्वायड प्रशिक्षण केंद्र होगा। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण केंद्र का प्रस्ताव सरकार के पास भेज दिया गया है।

डॉग स्क्वायड प्रशिक्षाण में जबलपुर और शिवपुरी का रखा गया है प्रस्ताव
बताया जा रहा है कि प्रस्ताव के क्रम में शिवपुरी और जबलपुर दो जगह के नाम है,परंतु अगर सब कुछ सही रहा तो शिवपुरी में प्रशिक्षण केंद्र को हरी झंडी मिल सकती है, क्योंकि शिवपुरी की भौगोलिक स्थिति प्रशिक्षण केंद्र के लिए जबलपुर से ज्यादा बेहतर हैं।सूत्र बताते हैं कि यहां पर प्रशिक्षण के डाग स्क्वायड को माधव और कूनो दो नेशनल पार्क, मैदान, परिस्थितियां उपलब्ध हो सकती हैं।

10 साल पहले हुई थी शुरूआत, थे महज दो डॉग स्क्वायड, अब हैं 17
वन विभाग के एसटीएफ रीतेश सिरोठिया के अनुसार दस साल पहले जब वन विभाग में डाग स्क्वायड की शुरुआत हुई थी तब सिर्फ मप्र में वन विभाग के पास सिर्फ दो डाग थे। आज इनका कुनवा बढ़ कर 17 तक पहुंच चुका है। उनके अनुसार अभी तक डाग स्क्वायड में वेल्जियम शेफर्ड, जर्मन शेफर्ड डाग का उपयोग किया जाता है, परंतु आने वाले समय में देशी डाग भी डाग स्क्वायड में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, क्योंकि इनकी क्षमताएं भी काफी अच्छी हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि आने वाले साल में डाग स्क्वायड एक दो देशी डाग देखने को मिलेंगे। इसके अलावा वन विभाग का अपना डाग प्रशिक्षण केंद्र शुरू होने के बाद मप्र में डाग स्क्वायड की संख्या लगातार बढ़ती चली जाएगी।

क्या कहना है इनका
वन विभाग के द्वारा शिवपुरी में डाग स्क्वायड का प्रशिक्षण केंद्र बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया है। इस प्रशिक्षण केंद्र को स्वीकृति मिलती है तो वन विभाग का यह पहला डाग स्क्वायड प्रशिक्षण केंद्र शिवपुरी में होगा।
एमके सिंह
एसडीओ वन विभाग, शिवपुरी

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