शिवपुरी-विधानसभा के छोटे से ग्राम बिलारा निवासी रौनक यादव, पुत्र शैतान सिंह यादव, ने प्रतिष्ठित जेईई एडवांस परीक्षा में ऑल इंडिया 1100वीं रैंक प्राप्त कर गांव, परिवार और समाज का नाम गौरवान्वित किया है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले रौनक ने यह सफलता अपने पहले ही प्रयास में अर्जित की है।रौनक बचपन से ही पढ़ाई में प्रतिभावान रहे हैं। उन्होंने कक्षा 12वीं में 90 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग के सर्वोच्च संस्थानों में प्रवेश के लिए कोटा में रहकर कठिन परिश्रम से तैयारी की। उनकी इस अभूतपूर्व सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि ग्रामीण क्षेत्र से भी प्रतिभाएं निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकती हैं। रौनक की सफलता पर पूरे गांव में खुशी का माहौल है। समाज के वरिष्ठ जनों, शिक्षकों, परिजनों और मित्रों ने उन्हें बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। गांववासियों ने रौनक को आने वाली पीढयि़ों के लिए प्रेरणा स्रोत बताया। रौनक ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और कोचिंग संस्थान को दिया है, जिनके मार्गदर्शन और आशीर्वाद से यह मुकाम संभव हुआ। वह भविष्य में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर देश के विकास में योगदान देना चाहते हैं।
शिवपुरी-विधानसभा के छोटे से ग्राम बिलारा निवासी रौनक यादव, पुत्र शैतान सिंह यादव, ने प्रतिष्ठित जेईई एडवांस परीक्षा में ऑल इंडिया 1100वीं रैंक प्राप्त कर गांव, परिवार और समाज का नाम गौरवान्वित किया है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले रौनक ने यह सफलता अपने पहले ही प्रयास में अर्जित की है।रौनक बचपन से ही पढ़ाई में प्रतिभावान रहे हैं। उन्होंने कक्षा 12वीं में 90 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग के सर्वोच्च संस्थानों में प्रवेश के लिए कोटा में रहकर कठिन परिश्रम से तैयारी की। उनकी इस अभूतपूर्व सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि ग्रामीण क्षेत्र से भी प्रतिभाएं निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकती हैं। रौनक की सफलता पर पूरे गांव में खुशी का माहौल है। समाज के वरिष्ठ जनों, शिक्षकों, परिजनों और मित्रों ने उन्हें बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। गांववासियों ने रौनक को आने वाली पीढयि़ों के लिए प्रेरणा स्रोत बताया। रौनक ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और कोचिंग संस्थान को दिया है, जिनके मार्गदर्शन और आशीर्वाद से यह मुकाम संभव हुआ। वह भविष्य में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर देश के विकास में योगदान देना चाहते हैं।
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