शिवपुरी- विश्व साइकिल दिवस के अवसर पर शिवपुरी शहर एक हरित संकल्प का गवाह बना, जहाँ दो पर्यावरण प्रेमियों रवि गोयल (संयोजक, शक्तिशाली महिला संगठन समिति) और सौरभ बिंदल (बिंदल मसाले संचालक) ने अपने निरंतर प्रयासों से यह संदेश दिया कि साइकिल सिर्फ एक साधन नहीं, बल्कि एक क्रांति है, शांति और स्वच्छता की। साइक्लिंग से स्वास्थ्य, पर्यावरण और चेतना का संगम होता है। बता दें कि रवि गोयल जो कि प्रतिदिन 20 किमी साइकिल चलाते हैं वह मानते हैं कि हर पैडल प्रकृति के प्रति एक प्रण है, जब हम साइकिल चलाते हैं, तो हम शोर और धुएँ की दुनिया से दूर, शांति और हरियाली की ओर बढ़ते हैं। सौरभ बिंदल भी पिछले दो वर्षों से प्रतिदिन 20 किमी साइक्लिंग करते हुए समाज के लिए एक आदर्श बन गए हैं। वे कहते हैं, साइकिल एक ऐसी शक्ति है जो न थकती है, न थकाती है, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्फूर्ति देती है। यह जीवन को धीमा नहीं, सार्थक बनाती है।जन-जागरूकता कार्यक्रम साइकिल विद नेचर अभियान
इस विशेष दिवस पर साइकिल विद नेचर नामक एक जनजागरूकता अभियान चलाया गया, जिसके अंतर्गत रवि गोयल और सौरभ बिंदल ने शिवपुरी से सुरवाया तक 10 गांवों का दौरा किया और 475 से अधिक युवाओं को साइकिलिंग के पर्यावरणीय, शारीरिक और मानसिक लाभों के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम में शामिल रहे पोस्टर प्रदर्शन, प्रेरक संवाद, और 'हर सप्ताह दो दिन साइकिल अपनाओÓ शपथ अभियान, जिससे युवाओं में उत्साह और भागीदारी की लहर दौड़ गई।
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