साधु संतों ने प्रशासन को दी चेतावनी, कब्जे नहीं हटवाए तो करेंगे आंदोलनग्वालियर /शिवपुरी-सत्यनारायण की टेकरी की सौ बीघा जमीन पर भूमाफियों द्वारा कब्जा कर लिया गया है और अब उनकी नजर मंदिर की शेष जमीन पर लगी हुई है। इसे लेकर शनिवार को संत-महंतों ने एक जुटकर होकर कहा कि अब हम मंदिर की एक इंच जमीन भी भूमाफियों के हाथ नहीं लगने देंगे।
षटदर्शन मंडल के अध्यक्ष कमल दास महाराज, महंत देवीदास( ऑपरेशन बाबा) हरिदास त्यागी बाबा, महंत दामोदर दास त्यागी,विवेकनंद सरस्वती, सेवादास, रामदास, बालक दास महाराज ने सामुहिक रूप से बताया कि तीन अलग-अलग निर्णयों में हाईकोर्ट सत्यनारायण की टेकरी से अतिक्रमण हटाने के आदेश दे चुका है, लेकिन भूमाफियों से सांठगांठ के चलते प्रशासन ने मंदिर की जमीन मुक्त कराने के लिए आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है, जिससे भूमाफियों के होंसले बुलंद हैं और वे मंदिर की शेष जमीन को भी कब्जाना चाहते हैं।
एक जनहित याचिका मेें 18 जुलाई 2023 को हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ ने मंदिर से अतिक्रमण हटाने के स्पष्ट आदेश दिए थे। 18 अगस्त 2018 को मंदिर में चोरी हुई। उस समय भी एक जनहित याचिका लगाई गई, जिसमें कोर्ट ने अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए। दंबगों द्वारा मंदिर के गेटों को बंद कर दिया गया है और मंदिर की भूमि पर कब्जा कर प्लॉट काटे जा रहे हैं।
संतों ने क्षेत्रीय पार्षद भावना खटीक एवं आशा सुरेंद्र चौहान पर भी भूमाफियों से मिले होने का आरोप लगाया और जिला प्रशासन से कोर्ट के आदेश के पालन में मंदिरों को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि साधु संतों के पास घर परिवार नहीं हैं। मंदिरों की जमीन को बचाने के लिए वे अपना सर्वस्व न्योछावर करने के लिए तैयार है। प्रशासन ने यदि जल्द ही मंदिर की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए कार्रवाई शुरू नहीं की तो वह आंदोलन करेंगे।
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