शिवपुरी-मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी (संस्कृति परिषद) भोपाल द्वारा प्रदीप अवस्थी सादिक को उर्दू अकादमी के जिला अदब गोशा (जिला साहित्यिक मंच) अर्थात वह मंच जिसके माध्यम से सम्मान एवं शिष्टाचार स्थापित किया जाता हो, स्थानीय कार्यक्रमों में सहयोग व समन्वय हेतु जिला केंद्र समन्वयक शिवपुरी का दायित्व सोंपे जाने पर शिवपुरी के साहित्यकार प्रमोद भार्गव की अध्यक्षता, प्रांत महामंत्री आशुतोष शर्मा ओज, योगेन्द्र शुक्ल एवं गोविंद अनुज के मुख्यातिथ्य तथा याकूब साबिर, डॉ. महेंद्र अग्रवाल व इसरत ग्वालिरी की सहयोगी भावनाओं के साथ सरस्वती शिशु मंदिर में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर सरस्वती पूजन के पश्चात अखिल भारतीय साहित्य परिषद के प्रांत महामंत्री आशुतोष शर्मा ओज ने स्पष्ट करते हुए बताया कि उर्दू साहित्य अकादमी का मुख्य उद्देश्य जिलों में केंद्र स्थापित कर साहित्य के प्रति समझ एवं अभिरुचि को बढ़ावा देना, अकादमी की मंशा के अनुरूप प्रचार-प्रसार, युवा पाठकों, लेखकों, शायरों तथा कलाकारों तक पहुँचना व उन्हें साहित्य से जोडऩा है। अध्यक्षीय उद्बोधन में साहित्यकार प्रमोद भार्गव ने उर्दू एवं हिंदी के समन्वय को स्थापित करने पर जोर दिया। श्रीभार्गव ने कहा कि हिंदी भाषा में अनेक प्रकार से उर्दू एवं फारसी के शब्दों का प्रयोग किया जाता है, हिंदी की रचनाओं में भी कई कवि उर्दू के शब्दों को खूबसूरती के तौर पर प्रयोग करते हैं। तथा उर्दू की शायरी, नज़्म, शेर एवं गज़़लों में भी हिंदी की खूबसूरती दिखाई देती है।
स्वागत समारोह के अंत में उर्दू साहित्य अकादमी के नवनियुक्त जिला समन्वयक प्रदीप अवस्थी सादिक ने अपने पदीय दायित्व को पूर्ण लगन, मेहनत एवं ईमानदारी के साथ करने के लिए वचनबद्धता ज़ाहिर की। स्वागत समारोह में मुख्य रूप से मंचासीन अतिथियों के अतिरिक्त कवि रामकिशन मौर्य, अखिल भारतीय साहित्य परिषद के उपाध्यक्ष यशवंत भार्गव, बसंत श्रीवास्तव, शरद गोस्वामी, कल्पना सिनोरिया, श्याम शर्मा, रजनी राठौर एवं अंकेश राठौर आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अखिल भारतीय साहित्य परिषद के जिलाध्यक्ष श्याम बिहारी सरल द्वारा तथा आभार रजनी राठौर द्वारा व्यक्त किया गया।
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