शिवपुरी- मेडिटेशन गुरू परम पूज्य उपाध्याय श्री 108 विहसंत सागर जी महाराज ससंघ भिण्ड में चातुर्मास कर ग्वालियर, पनिहार, नरवर में महती धर्म प्रभावना करने के उपरांत मंगलवार को सुबह 10 बजे नगर में प्रवेश हुआ इसके साथ ही उनका आहारचर्या रिषव जैन नवीन गृह कमलागंज में संपन्न हुआ। मुनिश्री के सानिध्य में गुरू भक्ति में लीन दिगंबर जैन सकल समाज के महिला एवं पुरूषों में उक्त दोनों मुनिश्री की आहारचर्या संपन्न होने से उत्साह व्याप्त है।जानकारी देते हुये पुलक जन चेतना मंच के पूर्व अध्यक्ष ऋषव जैन एलआईसी ने बताया कि आज हमारे लिए बडे सौभाग्य का विषय है कि हमारे कमलागंज में स्थित नवीन गृह एक साथ दो मुनि मेडिटेशन गुरू परम पूज्य उपाध्याय श्री 108 विहसंत सागर जी महाराज एवं उनके संघ में विश्विसौम्य सागर महाराज का आहारचर्या हुई आगे बताते हुये कहा दिगंबर जैन साधुओं की चर्या में से एक चर्या है आहारचर्या। जिसमें नवधा भक्ति पूर्वक श्रद्धालुओं द्वारा साधुओं को आहार दान किया जाता है। जैन साधुओं द्वारा 24 घंटे में एक बार अन्न-जल ग्रहण किया जाता है। भक्तों द्वारा विधि पूर्वक किए गए आहार दान को जैन मुनियों द्वारा नि:स्वाद होकर ग्रहण किया जाता है। जैन मुनि खड़े होकर बिना किसी पात्र के अपने हाथों में लेकर आहार लेकर नि:स्वाद होकर आहरचर्या करते हैं।
यहां बताना बहुत ही खास होगा कि जैन मुनि किसी के आमंत्रण पर उनके घर आहार के लिए नहीं जाते हैं। दिगंबर जैन मुनियों को नवधा भक्ति द्वारा आमंत्रित किया जाता है। आहारचर्या के बाद पूज्य उपाध्याय श्री ससंघ की भव्य आगवानी मंगलवार को दोपहर ठीक 2.00 यहाँ से भव्य जुलूस के साथ पूज्य श्री ससंघ शिवपुरी नगर में स्थित अतिशय क्षेत्र श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन छत्री मन्दिर जी के लिए प्रस्थान किया। मार्ग में जगह जगह साधर्मीजनों द्वारा गुरूदेव जी का पाद प्रक्षालन एवं मंगल आरती की गई।

No comments:
Post a Comment