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Shishukunj

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Saturday, November 16, 2019

योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र की शीघ्र स्थापना होगी शिवपुरी में

शिव योग संस्थान द्वारा मुक्तिधाम रोड़ पर बनाया जा रहा योग चिकित्सा केन्द्र 
शिवपुरी-आज की भागमभाग जिंदगी में सुकून के दो पलों की हरेक व्यक्ति को आवश्यकता है लेकिन वह अपने जीवन में इन दो पलों को तब निकाले जब वह दिन भर थकान और तनाव से मुक्ति पा सके। ऐसे में जन सामान्य की इन भावनाओं को एस.एस. ग्रुप के संचालक व समाजसेवी सत्येन्द्र सिंह सेंगर ने समझा और उन्होंने अपने प्रयासों से शहर के बीचों बीच आधुनिक योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र की स्थापना जिला मुख्यालय पर मुक्तिधाम मार्ग शिवपुरी पर करने की योजना बनाई जिसका नाम शिव योग रखा गया है। यहां शीघ्र ही आने वाले समय में सरल, सहज योग और प्राकृतिक चिकित्सा का अनूठा अनुभव शहरवासियों को प्राप्त होगा। इस अभिनव पहल के बारे में जानकारी देते हुए संस्थान संचालक व संस्थापक सत्येन्द्र सिंह सेंगर व सहयोगी योगाचार्या विजय सेन ने बताया कि इस योग केन्द्र में जन सामान्य के लिए योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा असाध्य रोगों की चिकित्सा कर तनाव से मुक्ति व स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया जाएगा साथ ही इस केन्द्र से जुडऩे वाले प्रत्येक सदस्य को नैचुरोपैथी एवं योग विज्ञान में महारथ हासिल कर अर्जित की गई विधियों को बताया जाएगा। इसके अलावा अनुभवी स्टाफ  द्वारा रोगों का इलाज किया जाएगा और बीमारी को ठीक करने के साथ-साथ पूर्ण रूप से शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करना इस संस्थान का प्रमुख उददेश्य रहेगा। शिव योग के इस केन्द्र से जुड़े प्रत्येक सदस्य को कम से कम 10 किलो तक वजन निश्चित समयावधि में कम कर इसके परिणामों को प्रदर्शित किया जाएगा। संस्थान की तैयारियां जोरों पर चल रही है और शीघ्र ही यह केन्द्र खुलकर जन सामान्य के लिए सरल सहज सहयोग राशि के साथ आमजन को प्राप्त होगा। 
इन बीमारियों का होगा इलाज
शिव योग संस्थान के योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के इस केन्द्र में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की विभिन्न असाध्य बीमारियों का सरलता से उपचार किया जाएगा। जिसमें मोटापा, कब्ज, मधुमेह, दमा, उच्च एवं निम्न रक्तचाप, किडनी एवं लीवर रोगए त्वचा रोग, जोड़ों का दर्द, आधाशीशी, थाईरॉयड, अनिन्द्रा, साईटिका, अवसाद, गर्दन का दर्द आदि बीमारियों को योग चिकित्सा की विभिन्न पद्वतियों से दूर किया जाएगा। इसके लिए योगासन/पावर योगा, प्राणायाम, ध्यान, मालिश, भाप स्नान, मिट्टी चिकित्सा, जल चिकित्सा, आहार चिकित्सा, एक्यूप्रेशर, सुजोक, चुम्बक चिकित्सा, सूर्य चिकित्सा, यौगिक षटकर्म क्रियाऐं एवं कॅपिंग थैरेपी के माध्यम से इन असाध्य रोगों का इलाज कि या जाएगा।

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