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Sunday, June 28, 2020

शिक्षा विभाग के लिपिक ने की आत्महत्या , भाजपा नेता धैर्यवर्धन शर्मा ने जिला शिक्षा अधिकारी पर लगाए आरोप


शिवपुरी- शिक्षा विभाग के लिपिक वृंदावन शर्मा की लाश बाकड़े के पास जंगल में फांसी के फंदे पर लटकी मिली। इस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर देहात पुलिस पहुंची और शव उतारकर उसका पीएम कराते हुए मामला विवेचना में ले लिया। बताया गया है कि शिवपुरी शिक्षा विभाग में पदस्थ क्लर्क वृंदावन शर्मा काफी समय निलंबित चल रहे थे और संभवत: कहीं इसी तनाव के बीच उन्होंने आत्महत्या की हो इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता। 

हालांकि बताया गया है कि मृतक बाबू बीते शनिवार को बांकड़े मंदिर दर्शन के लिए गया था और इसी बीच बांकड़े के जंगली क्षेत्र में बाबू ने किन्हीं अज्ञात कारणों के चलते आत्महत्या कर ली। बताया तो यह भी जा रहा है कि बाबू की जेब से कोई सुसाईड नोट बरामद हुआ है लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। फिलहाल देहात थाना पुलिस मामले की विवेचना कर रही है।


भाजपा नेता धैर्यवर्धन शर्मा ने जिला शिक्षा अधिकारी पर लगाए आरोप

शिक्षा विभाग के निलंबित बाबू वृन्दावन शर्मा के आत्महत्या मामले में भाजपा नेता धैर्यवर्धन शर्मा ने जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार  की निर्दय्ता पूर्ण निलंबन कार्यवाही एवं साथी दो तीन लिपिको के षड्यंत्र से विभाग के बाबू ने आत्महत्या की है के संगीन आरोप लगाए। मृतक अपने पीछे दो शादी योग्य बेटियों को अनाथ छोड़ा गया है। भाजपा नेता धैर्यवर्धन ने आरोप लगाया कि इस प्रकरण मे कलेक्टर ने भी बेहद असम्वेदन्शीलता का परिचय दिया है। 

हाई कोर्ट से नाराजगी होने पर राजस्व के एक बाबू को ससपेंड करके कुछ दिनों बाद बहाल कर दिया था जबकि बगैर दोष के मृतक को किसी और कारण को दर्शा कर निलंबित किया। इसी षड्यंत्र से दु:खी होकर उन्होंने यह प्राण घातक् कदम उठाया है। उन्होंने बताया कि दो दिन पूर्व लगातार दो तीन दिन आकर व्यक्तिगत मुलाकात में मुझे अपनी पीड़ा से अवगत कराया था। उन्होंने बताया कि चाहे नए स्कूल की मान्यता का मामला है या फिर अन्य प्रकरण बगैर मोटी रिश्वत् के जिला शिक्षा अधिकारी कोई काम नहीं करते है।

 जिला शिक्षा अधिकारी निलंबन मे पैसे लेकर बड़ी संख्या मे कर्मचारियों को बहाल् करके जिला मुख्यालय या शहर के पास ही योजनाबद्ध् तरीके से पोस्टिंग का खेल खेल रहे थे। मैंने उन्हें सब्र करने और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया था पर उनका धैर्य ज़बाव् दे गया। इस मामले में जांच कर दोषी अधिकारीयों और कर्मर्चारियों को सजा मिलनी ही चाहिए । इस अन्याय की जानकारी स्थानीय विधायक, सांसद, अन्य वरिष्ठ  नेतागण और सरकार को भी दूंगा ताकि मृतक के परिजनों को न्याय मिल सके।

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