जानकी सेना के आव्हान पर हजारों लोगों ने किया योगाशिवपुरी। योग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिसमें शरीर और आत्मा को एकरूप करना ही योग कहलाता है। मन को शब्दों से मुक्त करके अपने आपको शांति और रिक्तता से जोडने का एक तरीका है योग। योग समझने से ज्यादा करने की विधि है। योग साधने से पहले योग के बारे में जानना बहुत जरुरी है। योग के कई सारे अंग और प्रकार होते हैं, जिनके जरिए हमें ध्यान, समाधि और मोक्ष तक पहुंचना होता हैै। अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के अवसर पर पूरी दुनिया ने योग के माध्यम से स्वस्थ रहने का संकल्प लिया। इसके साथ ही इसी क्रम में जानकी सेना संगठन के आह्वान पर भी हजारों लोगों ने योगा कर स्वस्थ भारत की परिकल्पना को साकार करने का संकल्प लिया।
संगठन के आव्हान पर लोगों ने अपने घरों पर योगासन किए और उनके फोटो सोशल मीडिया के माध्यम से संगठन को उपलब्ध कराएं। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सिंह रावत ने कहा कि जीवन में आनंद अति आवश्यक है योग मनुष्य के जीवन की नीरसता को खत्म करने के साथ उसे स्वस्थ बनाता है, आनंदमय जीवन के लिए योग और सहयोग दोनों अति आवश्यक है, यह हमारी गौरवशाली पुरातन भारतीय परंपरा है जिसे आज पूरे विश्व ने योगा के महत्व को जानने के साथ ही माना है। जानकी सेना संगठन अखिल भारतीय के आह्वान पर जिन हजारों लोगों ने अपने स्थानों पर योगा कर हमें सहयोग किया है उनका में हृदय से आभार व्यक्त करता हूं और भविष्य में भी उनसे इसी तरह के सहयोग की अपेक्षा भी करते हैं और मेरी जन-जन से अपील है कि वह जहां भी रहे योगा अवश्य करें।
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