सीआरपीएफ सीआईएटी में क्रांतिकारी तात्याटोपे बलिदान पर आयोजित हुआ व्याख्यान कार्यक्रमशिवपुरी-प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम 1857 के महान सेनानायक क्रांतिरत्न तात्या टोपे के बलिदान दिवस पर प्रतिविद्रोहिता एवं आतंकरोधी संस्थान सीआईएटी/केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल शिवपुरी में व्याख्यान का आयोजन हुआ। इस अवसर पर वीर तात्या टोपे के परिजन सुभाष टोपे की गरिमामयी उपस्थिति रही। द्वितीय कमान अधिकारी राजू डी नाइक (पीएमजी) द्वारा संस्थान की ओर सुभाष टोपे का सम्मान किया गया। आर्यावर्त सोशल फाउण्डेशन की प्रस्तुति बलिदान गाथा के रूप में आयोजित इस व्याख्यान में वीर तात्या के जीवन चरित्र व स्वतंत्रता संग्राम में उनके अद्वितीय योगदान के बारे नव प्रशिक्षुओं से विचार साझा किए गए।
मुख्य वक्ता एडवोकेट नितिन भारद्वाज द्वारा वीर तात्या के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की परम्परा के संवाहक वीर तात्या स्वराज्य का उदघोष थे, 1857 के महायुद्ध में उनकी भूमिका विलक्षण योजक व प्रखर सेनापति की रही। जहां क्रांति उत्कर्ष पर रही वहां तात्या उत्साह के साथ अंग्रेज़ों को पराजित करते रहे, वहीं जब क्रांति युद्ध आत्मरक्षा का युद्ध बन गया तब भी तात्या रसद-पानी व सिपाहियों की कमी से जूझते हुए धैर्य के साथ क्रांति की लौ को अन्तिम समय तक जलाए रखे।
वीर तात्या का जीवन साहस, अप्रतिम शौर्य, पराक्रम, वीरता व बलिदान की गौरव गाथा है हम सभी उनके इन गुणों को धारण कर राष्ट्र की सुरक्षा व विकास में सदा अपना सर्वश्रेष्ठ दें यही सच्चे अर्थों में देश सेवा होगी। वीर तात्या टोपे के वंशज श्री सुभाष टोपे ने नव प्रशिक्षुओं को को संबोधित करते हुए कहा जब आप प्रशिक्षण प्राप्त कर देश के विभिन्न भागों में वर्दी पहन कर सेवाएं देंगे तब हम सब आप पर गर्व करेंगे। आज मैं आप सबमें अपने महान पूर्वज वीर तात्या जी को जीवंत देख रहा हूं। इस अवसर पर सीआईएटी के डिप्टी कमाडेंट बी एस रावत असिस्टेंट कमाडेंट मनीष शर्मा सहित नवप्रशिक्षु उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन व आभार प्रदर्शन असिस्टेंट कमाडेंट पवन सिंह द्वारा किया गया।
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